Showing posts from October, 2017

वैयक्तिक समाज कार्य की परिभाषा, विशेषताएँ, उद्देश्य

भारतीय समाज में आरम्भ में वैयक्तिक आधार पर सहायता करने की परम्परा रही है। यहाँ पर निर्धनों को भिक्षा देने, असहायों की सहायता करने, निराश्रितों की सहायता करने, वृद्धों की देखभाल करने आदि कार्य किये जाते रहे हैं, जिन्हें समाज सेवा का नाम दिया जाता रहा …

संचार किसे कहते हैं परिभाषा व प्रकार

जब मनुष्य अपने हाव-भाव, संकेतों और वाणी के माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान करता है, तो संचार कहते है। दूसरे शब्दों मे हम किसी के साथ सूचना या विचार या दृष्टिकोण का आदान-प्रदान करते हैं संचार कहते हैं । संचार का अर्थ  संचार अंग्रेजी भाषा के कम्युनिके…

संचार का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, संचार प्रक्रिया एवं तत्व

संचार एक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में मनुष्य आपस में बातचीत करते हैं और अपने अनुभवों का आपस में आदान-प्रदान करते हैं। इसके बिना में मनुष्य की प्रगति संभव नहीं है। संचार संबंध जोड़ने की एक महत्वपूर्ण तकनीक है जिसके द्वारा अपने एवं अन्य व्यक्तियों के …

अभिवृत्ति का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, विधियाँ

अभिवृत्ति के मनोभावों अथवा विश्वासों को इंगित करती हैं। ये बताती हैं कि व्यक्ति क्या महसूस करता है अथवा उसके पूर्व विश्वास क्या हैं? अभिव्यक्ति से अभिप्रायः व्यक्ति के उस दृष्टिकोण से है, जिसके कारण वह किन्हीं वस्तुओं, व्यक्तियों, संस्थानों, परिस्थिति…

महात्मा गांधी के शैक्षिक विचार \ महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण रचनाएं

महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 में वर्तमान गुजरात प्रदेश के पोरबंदर नामक स्थान पर एक वैष्णव धर्मावलंबी, संपन्न एवं प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था। इनका वास्तविक नाम मोहनदास कर्मचंद गांधी था। इनके पिता कर्मचंद गांधी पोरबंदर राज्य के दीवान थे और बड…

रवींद्र नाथ टैगोर जी का शैक्षिक दर्शन/विचार

रवीन्द्रनाथ टैगोर रवीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म बंगाल में 6 मई, 1861 को हुआ था। रवीन्द्रनाथ टैगोर के पिता देवेन्द्रनाथ टैगोर तथा माता का नाम शारदा देवी था। महर्षि देवेन्द्रनाथ टैगोर अपने समय के प्रसिद्ध विद्वान एवं उत्साही समाज सुधारक थे। इन्होंने ही सर्व…

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