Showing posts from May, 2018
19वीं शताब्दी में राज्य और समाज के आपसी सम्बन्ध पर वाद-विवाद शुरू हुआ तथा 20वीं शताब्दी में, द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सामाजिक विज्ञानों में विभिन्नीकरण और विशिष्टीकरण की उदित प्रवृत्ति तथा राजनीति विज्ञान में व्यवहारवादी क्रान्ति और अन्त: अनुशासनात्…
भूमंडलीकरण वह प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से सम्पूर्ण विश्व की अर्थव्यवस्था को संसार की अर्थव्यवस्था के साथ एकीकृत करना है। वस्तुओं, सेवाओं, व्यक्तियों और सूचनाओं का राष्ट्रीय सीमाओं के आरपार स्वतंत्र रूप से संचरण ही वैश्वीकरण या भूमंडलीकरण कहलाता है।…
समाजवाद मूलत: एक निराशा के कारण असह्य स्थितियों के खिलाफ उठा विरोध का स्वर था। आर्थिक समाजवादी आंदोलन का ध्येय पूंजीवादी समाज को समाप्त करना था। मजदूर वर्ग की जीवन पद्धति एवं कार्य स्थिति में सकारात्मक परिवर्तन लाने हेतु कुछ प्रबुद्ध व्यक्तियों ने सक…
नारीवाद एक आन्दोलन है। यह महिलाओं की हीन प्रस्थिति पर सवाल खड़े करता है। यह आन्दोलन की माँग करता है कि पुरुषों और महिलाओं की प्रस्थिति एक समान हो। यह एक विचारधारा भी है जो महिलाओं को सशक्तीकृत करने की दिशा में कार्य करती है। यह एक सामूहिक चेतना है। न…
रंगभेद Apartheid शब्द अंग्रेजी भाषा के ‘Apart’ एवं Hood शब्दों से मिलकर बना है इसका व्यावहारिक रूप से सरल अर्थ ‘रंगभेद’ माना जा सकता है। इसे ‘वर्ण पृथक्करण’ की नीति भी कहा जा सकता है। दक्षिण अफ्रीका के उपनिवेशकाल में प्रजाति पृथक्करण की नीति प्रारंभ …
नागरिक अधिकारों का इतिहास उतना ही पुराना है जितना की लोकतंत्र का। नागरिक अधिकार आंदोलन उन आंदोलनों को कहा जाता है जिनके द्वारा श्विधि के समक्ष समानता के लिए संघष किया गया। यह विश्व के अलग-अलग देशों में विभिन्न असंतुष्ट नेताओं और लोकप्रिय विद्राहियों क…
चीन में 1911 की क्रांति के बाद जो राजनीतिक एवं सामाजिक पुर्ननिर्माण का सिलसिला प्रारंभ हुआ वह 1949 की लाल क्रांति से होता हुआ 1968 की महान सांस्कृतिक क्रांति में परिणीत हो गया। 1966 से 1976 का कालखंड वह समय माना जा सकता है जब चीनी समाज में राजनैतिक एव…