Showing posts from June, 2018
प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध (1772 ई. से 1784 ई.) 1761 ई. में पनीपत के तृतीय युद्ध के कुछ समय बाद ही पेशवा बालाजी बाजीराव की मृत्यु हो गयी। उसके पश्चात उसका पुत्र माधवराव पेशवा बना। उसने थोड़े समय में ही मराठा शक्ति ओर साम्राज्य को पुन: बढ़ा लिया और महा…
अगस्त, 1784 ई. में पिट का इंडिया एक्ट पास हुआ। इसने भूतपूर्व अधिनियमों के दोषों को दूर करने का प्रयास किया। इसकी भाषा संयमित थी। इसमें कंपनी के प्रदेशों को भारत में ब्रिटिश अधिकृत क्षेत्र कहा गया था। पिट्स इंडिया एक्ट पारित होन की घटनाएँ 1772 त…
रेगुलेटिंग एक्ट के मुख्य उपबंध 1. मद्रास और बंबई को बंगाल के अधीन किया जाना - 1773 ई. के पूर्व बंगाल और मद्रास की प्रेसीडेन्सियाँ एक दूसरे से स्वतंत्र थी। इस अधिनियम के द्वारा बंबई और मद्रास प्रेसिडेन्सियों को बंगाल के अधीन कर दिया गया। बंगाल के ग…
बक्सर का युद्ध के कारण और परिणाम निम्नलिखित है। बक्सर युद्ध के कारण बक्सर का युद्ध के कारण निम्नलिखित है। बंगाल में प्रभुत्व की समस्या संरक्षण की नीति का त्याग एलिस की नीति अंग्रेजों का व्यापारिक विवाद मीरकासिम के विरूद्ध शड़यंत्र एवं पटना पर आक…
ज्योंही कलकत्ता के पतन का समाचार मद्रास पहुंचा, वहां के अधिकारियों ने एक सेना जो उन्होंने फ्रांसीसियों के विरुद्ध युद्ध के लिए गठित की थी, क्लाइव के नेतृत्व में कलकत्ते भेज दी। क्लाइव को अपना कार्य शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण करने को कहा गया क्योंकि यह सेना फ…
कर्नाटक अपनी धन सम्पदा के लिये प्रसिद्ध था। दिल्ली के सैयद बन्धुओं के प्रभाव से मुगल सम्राट ने मराठों को कर्नाटक से चौथ वसूल करने का अधिकार दे दिया था। जब मराठों ने कर्नाटक के नवाब दोस्त अली से चौथ की धनराशि मांगी और उसने यह धनराशि नहीं दी तो मराठों …
परामर्श की आवश्यकता मनुष्य को सदैव से पड़ती रही है किन्तु परिवार एवं समाज के स्वरूप में परिवर्तन के साथ-साथ परामर्श के रुप में भी परिवर्तन हुआ है। पहले संयुक्त परिवार में व्यक्ति अपने परिवार के बुजुर्गों से परामर्श प्राप्त कर संतुष्ट हो जाता था। वर्तम…
यह कोहरे का ही एक रुप है। जब जल वाष्प एवं धुएँ के बादलों का आकार इतना बढ़ जाये कि सूर्य की किरणों को पृथ्वी तक पहुँचने में बाधा पड़ने लगती है एवं 1.2 किलोमीटर दूर की वस्तुएँ भी दिखाई नहीं देती है तो उसे धुन्ध कहा जाता है। धुंध Smog शब्द दो शब्दों के म…
हमारे सौरमण्डल में पृथ्वी ही संभवत ऐसा अनोखा ग्रह है, जिसका वायुमण्डल रासायनिक दृष्टि से सक्रिय तथा ऑक्सीजन से भरा हुआ है, अन्य ग्रह कार्बनडाई ऑक्साइड, मीथेन तथा हाइड्रोजन जैसी निष्क्रिय गैसों से घिरे हुए हैं। हमारे वायुमण्डल की ऊपरी परत में 15 से 35…
अम्लीय वर्षा वायु प्रदूषण का विनाशकारी प्रभाव है। विभिन्न उत्पादन क्रियाओं -उद्योगों, कारखानों, वाहन एवं तेल शोधकों से निकली कार्बन डाई ऑक्साइड, नाइट्रिक ऑक्साइड, सल्फर डाई ऑक्साइड वायु में घुल जाती है। वर्षा जब होती है जब सूर्य किरणों की ऊष्मा समुद्…
मृदा प्रदूषण में मानव जनित रसायनों की उपस्थिति और मिट्टी में अन्य परिवर्तन शामिल हैं। उर्वरकों और कीटनाशकों के उपयोग की मानवीय गतिविधियाँ मिट्टी की गुणवत्ता को प्रभावित करने के प्रमुख कारक हैं। खनन, कृषि, वनों की कटाई आदि महत्वपूर्ण गतिविधियां हैं …