Showing posts from May, 2021
भारत में विश्व के कुल जल संसाधन का 5 प्रतिशत जल संसाधन है। भारत में नदियों का औसत वार्षिक प्रवाह 1869 घन किलोमीटर है। सतही जल का सर्वाधिक प्रवाह सिंधु, गंगा एवं ब्रह्मपुत्र में है जो कुल प्रवाह का 60 प्रतिशत है। भारत में सतही जल 1869 अरब घन मीटर प्र…
सामाजिक मनोवैज्ञानिक यह जानने का प्रयास करते हैं कि व्यक्ति एक दूसरे के बारे में कैसे सोचते हैं तथा कैसे एक दूसरे को प्रभावित करते हैं। ‘‘सामाजिक मनोविज्ञान उन मानसिक अवस्थाओं एवं प्रवाहों का अध्ययन करता है जो मनुष्यों में उनके पारस्परिक सम्पर्क के का…
13वें वित्त आयोग की स्थापना इसमें हम 13वें वित्त आयोग की स्थापना , उद्देश्य एवं कार्यों का अवलोकन करने के साथ ही 13वें वित्त वित्त आयोग विचारार्थ विषय को विस्तृत रूप से जानेंगे। इसके पश्चात 13वें वित्त वित्त आयोग सिफारिशों को भी समझेंगे। 13वें वित्…
जॉन लॉक के मानव स्वभाव पर विचार जॉन लॉक के मानव स्वभाव पर विचार हॉब्स से सर्वथा विपरीत हैं। जॉन लॉक के मानव स्वभाव पर विचार उसकी प्रसिद्ध पुस्तक ‘मानव-विवेक से सम्बन्धित निबन्ध’ में पाए जाते हैं। जॉन लॉक का यह विश्वास है कि मनुष्य एक बुद्धियुक्त सामा…
जॉन लॉक के प्राकृतिक अधिकार का सिद्धांत जॉन लॉक का राजदर्शन के इतिहास को सबसे बड़ी देन उसके प्राकृतिक अधिकार विशेषकर सम्पत्ति का अधिकार है। यह धारणा जॉन लॉक के राजनीतिक दर्शन का सार है। जॉन लॉक के सभी सिद्धांत किसी न किसी रूप में जॉन लॉक के प्राकृतिक…
जॉन लॉक की प्राकृतिक अवस्था की अवधारणा हॉब्स की तरह जॉन लॉक भी अपने राजनीति दर्शन का प्रारम्भ प्राकृतिक अवस्था से करता है। जॉन लॉक की प्राकृतिक अवस्था की अवधारणा हॉब्स की प्राकृतिक दशा की धारणा से बिल्कुल विपरीत है। जॉन लॉक का विश्वास है कि मनुष्य ए…
जॉन लॉक का सामाजिक समझौता सिद्धांत लॉज के राजनीतिक चिन्तन का सर्वाधिक प्रमुख भाग सामाजिक समझौता सिद्धांत है जिसके द्वारा लॉक ने इंगलैण्ड में हुई 1688 की गौरवपूर्ण क्रान्ति के औचित्य को ठीक ठहराया है। सामाजिक समझौता सिद्धांत सबसे पहले हॉब्स ने प्रतिपाद…
इतिहास में यह एक विवादास्पद मुद्दा रहा है कि क्या बेंथम को एक राजनीतिक दार्शनिक माना जाए या नहीं। कई लेखक उसको राजनीतिक दार्शनिक की बजाय एक राजनीतिक सुधारक मानते हैं। उनके अनुसार बेंथम का ध्येय किसी राजनीतिक सिद्धान्त का प्रतिपादन करना नहीं था बल्कि अ…
बेन्थम के उपयोगितावाद का सिद्धांत बेंथम की सबसे महत्त्वपूर्ण एवं अमूल्य देन है। उसके अन्य सभी राजनीतिक विचार उसके उपयोगितावाद पर ही आधारित हैं। लेकिन उसे इसका प्रवर्तक नहीं माना जा सकता। रोचक बात यह है कि बेंथम ने कहीं भी उपयोगितावाद शब्द का प्रयोग नह…