भारत में कितने धर्म के लोग निवास करते हैं?

भारत में कितने धर्म के लोग निवास करते

भारत में लगभग सभी प्रमुख धर्म पाए जाते हैं। यहां हिंदू धर्म, इस्लाम धर्म, ईसाई धर्म, सिख धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, पारसी मानने वाले लोग रहते है। ये सभी मुख्य धर्म कई सम्प्रदायों में विभाजित है।

भारत में कितने धर्म के लोग निवास करते हैं?

1. हिंदू धर्म  - 1991 की जनगणना के अनुसार, भारत में 697.4 मिलियन लोग (82.6%) हिंदू धर्म का पालन करते हैं 2011 की जनगणना के अनुसार हिन्‍दुओं की आबादी 79.8 फीसदी है।

 2. इस्लाम धर्म - 2011 की जनगणना के अनुसार मुस्लिमों की आबादी 14.2% है। इस्लाम धर्म अरेबिया में उत्पन्न हुआ। यह मुस्लिम आक्रमणों के साथ 12वीं शताब्दी की अंतिम तिमाही में भारत आया था। भारत में मुस्लिम शासकों ने इस धर्म को संरक्षण दिया। उन्होंने देश के बड़े हिस्सों पर कई बड़े राजवंश स्थापित किए और धर्म रूपांतरण को प्रोत्साहित किया। इस्लाम मूर्तिपूजा में विश्वास नहीं करता है। यह अल्लाह की इच्छा को स्वीकार करता है और पैगंबर मोहम्मद को सबसे बड़ा मानता है। कुरान, इस्लाम की पवित्र पुस्तक, एक सच्चे और धर्मनिष्ठ मुसलमान को पांच प्राथमिक कर्तव्यों का पालन करने पर जोर देती है- जैसे कि ईश्वर (अल्लाह) में विश्वास, दिन में पांच बार नमाज अदा करना, भिक्षा देना, हर साल एक महीने का व्रत और मुस्लिमों के जीवन काल में कम से कम एक बार मक्का की तीर्थ यात्रा करना।

3. ईसाई धर्म - भारत में ईसाई धर्म मानने वालों की जनसंख्या 2% से अधिक है। वे पूरे देश में बिखरे हुए हैं, लेकिन वे मुख्य रूप से दक्षिण में और विशेष रूप से केरल में केंद्रित हैं जहां वे राज्य की आबादी का लगभग 25% हैं। उत्तर भारत में इसाई धर्म को मानने वाले छिटपुट रूप से फैले हैं। ईसाई धर्म में मुख्य रूप से तीन संप्रदाय हैं- (i) रोमन-सीरियाई, (ii) रामे न कैथोलिक और (iii) प्रोटेस्टंटे ।

4. सिख धर्म -  इस धर्म की स्थापना 16वी शताब्दी में गुरु नानक द्वारा की गई थी। सिख मूल रूप से वैष्णव संप्रदाय का हिस्सा थे। भारत में सिख आबादी लगभग 2% है जो मुख्य रूप से पंजाब और आसपास के राज्यों में केंद्रित है। 

5. बौद्ध धर्म - इसके संस्थापक गौतम बुद्ध थे। बौद्ध धर्म ने लम्बे समय तक शाही संरक्षण का आनंद लिया जो तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में महान सम्राट अशोक के शासन काल से शुरू हुआ। परिणामस्वरूप, बौद्ध धर्म का प्रसार केवल भारत में नहीं हुआ बल्कि भारत के बाहर के देशों में भी इसका तेजी से प्रसार हुआ। इसके दो संप्रदाय हैं, अर्थात् हीनायान और महायान। वर्तमान में बौद्ध सिक्किम और आसपास की पहाडि़यों में पाए जाते है। इस धर्म का हाल ही में डॉ. अंबेडकर के नेतृत्व में धर्मांतरण के परिणामस्वरूप महाराष्ट्र में बहुत प्रचार हुआ। हालांकि भारत में बौद्धों की संख्या बहुत कम है और यह कुल आबादी के 1% से भी कम का प्रतिनिधित्व करती है।

6. जैन धर्म - भगवान महावीर ने छठी शताब्दी ईसा पूर्व में भारत में जैन धर्म की स्थापना की। यह हिंदू धर्म के बहुत करीब है। इसमें कई हिंदू सिद्धांत बरकरार हैं। हिंदूओं की तरह ही जैन धर्म को मानने वाले गायों की पूजा करते हैं। ये अकसर हिंदू मंदिरों में पूजा करते हैं और घरेलू संस्कारों में ब्राह्मण पुजारी की सेवाएं लेते हैं। देश की पूरी आबादी के लगभग 0.45% लोग ही इस धर्म को मानते है। 

जैन धर्म को 3 संप्रदायों में विभाजित किया गया है- (i) दिगंबर, (ii) श्वेताम्बर और (iii) धुन्डियाज। जैन मुख्य रूप से पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के शहरों में पाए जाते हैं।

7. पारसी - ऐसा माना जाता है कि इस्लाम के जबरन धर्मांतरण से बचने के लिए Zorathushtra के Zoroaster के अनुयायी या पारसी सातवीं शताब्दी ए डी में पर्शिया से भारत आए थे। वे अग्नि की पूजा करते हैं। भारत में इनकी संख्या नगण्य है। वे कुल आबादी में लगभग एक लाख हैं जो अकेले बंर्बइ शहर में रहते हैं। 

8. जीववाद मिलियन लोग हैं जो जीववाद यानी एनीनिज्म में विश्वास करते हैं। यह एक आदिम धर्म है, जिसके अनुसार माना जाता है कि मनुष्य कई प्रकार की अवैयक्तिक भूत -प्रेत शक्तियों से घिरा हुआ है। ये शक्तियां चट्टानों, नदियांे, पेड़ांे, पत्थरों आदि में निवास करती हैं।

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