जय प्रकाश नारायण एक समाजवादी नेता होने के साथ-साथ एक महान क्रान्तिकारी तथा राष्ट्रीय आन्दोलनकारी भी थे। इसलिए 18 अक्टूबर, 1941 को उन्हें अंग्रेज सरकार ने ‘षड़यन्त्री नम्बर एक’ घोषित करके हजारीबाग जेल में कैद कर दिया। यहां पर उन्हें राजनीतिक कैदियों से…