पश्चिमी पुस्तकालय में त्रिपिटक पुस्तकें बुद्ध अपने उपदेश मौखिक रूप में ही करते थे। उनके निर्वाण के 100 वर्ष बाद इन उपदेशों को विस्मृति के गर्भ से बचाने हेतु उनके पट्ट शिष्य आनंद के सहयोग से ‘सुत्त पिटक’ तथा उपालि के सहयोग से ‘विनय पिटक’ का संकलन किया …