श्रम विभाजन से तात्पर्य किसी भी स्थाई संगठन में मिलजुलकर काम करने वाले व्यक्तियों, या समूहों द्वारा भिन्न किन्तु समन्वयात्मक क्रियाओं के संपादन से है। अर्थात समाज में किसी कार्य को संपादित करने वाले व्यक्तियों के बीच सम्पन्न की जाने वाली क्रियाओं एवं …