प्राण अथवा प्राणशक्ति समस्त सृष्टि सभी सजीव-निर्जीव व्यक्त स्वरूपों का आधार और सार है । यह समस्त संसार में विद्यमान है। योग के अनुसार प्राण से तात्पर्य उस वायु से है जिससे मानव शरीर जीवित रहता है । शरीर के सभी अंग इस प्राण से शक्ति प्राप्त कर अपने कार…