पुरुषार्थ

पुरुषार्थ क्या है और कितने प्रकार के होते हैं?

पुरुषार्थ का शाब्दिक अर्थ है - पुरुष द्वारा प्राप्त करने योग्य। हिन्दू विचार शास्त्रियों ने चार पुरुषार्थ माने हैं। धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष। धर्म का अर्थ है- जीवन का नियामक तत्व, अर्थ का तात्पर्य है-जीवन के भौतिक साधन, काम का अर्थ है-जीवन की वैध काम…

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