कीर्तिवर्मन का पुत्र पुलकेशिन द्वितीय था जिसने अपने चाचा से विद्रोह करके सिंहासन प्राप्त किया। पुलकेशिन ने जिस समय विद्रोह किया था, उस समय इस गृहयुद्ध का संपूर्ण लाभ अधीनस्थ सामंतों तथा आंतरिक शत्रुओ ने उठाया इसलिए सत्ता में आते ही पुलकेशिन को धैर्य, …