इतिहासकार प्राचीन भारतीय इतिहास को तीन भागो में बाॅटते हैं। वह काल जिसके लिये कोई लिखित साधन उपलब्ध नहीं है जिसमें मानव का जीवन अपेक्षाकृत पूर्णतया सभ्य नहीं था, ‘प्रागैतिहासिक काल‘ कहलाता है। प्रागैतिहासिक काल के अन्तर्गत पाषाणकाल की गणना होती है। वह…