बाबरनामा बाबर ने लिखा था। बाबर द्वारा रचित तुर्की भाषा की इस कृति कों तुजुके बाबरी भी कहा जाता है। शेख जेतुद्दीन ख्वाजा ने इसका सर्वप्रथम फारसी में अनुवाद किया। इसमें खानवा तक की लड़ाई का उल्लेख है। यह ग्रन्थ भारत की 1504 ई. से 1529 ई. तक की राजनीतिक…