भारतीय संगीत

राग की परिभाषा | राग के लक्षण

राग भारतीय संगीत की अनुपम परिकल्पना है जो भारतीय संगीतज्ञों की सुविकसित एवं सूक्ष्म सौंदर्य चेतना का प्रतीक है । प्राचीन युग में गायक-वादक राग शब्द से परिचित नहीं थे । प्राचीन संगीत में जनरूचि के अनुसार परिवर्तन आता गया तथा धीरे-धीरे राग गायन प्रचार म…

आलाप किसे कहते हैं आलाप कितने प्रकार का होता है?

किसी राग के स्वरों का उसके वादी, संवादी तथा विशेष स्वरों को दिखलाते हुए विस्तार करना और साथ में उसे वर्ण, गमक, अलंकार, आदि से विभूषित करना, उस राग का ‘आलाप’ कहलाता है। राग का स्वरूप स्पष्ट करने के लिए उसके स्वरों को सजाकर धीमी लय में उसका आलाप करते है…

पंडित भीमसेन जोशी का जीवन परिचय

पंडित भीमसेन जोशी का जीवन परिचय  पंडित भीमसेन जोशी का जन्म 4 फरवरी 1922 में कर्नाटक राज्य के धारवाड़ जिले में हुआ। पंडित भीमसेन जोशी जी को बचपन में ही घर में संगीत का भरपूर वातावरण मिला, पंडित जी को संगीत से लगाव अपनी माँ के कारण हुआ जो अकसर भजन गाया …

भारतीय संगीत का इतिहास - प्राचीन काल मध्य काल और आधुनिक काल

मनुष्य के जन्म के साथ ही संगीत की उत्पत्ति का इतिहास भी जुड़ा हुआ है। संगीत की उत्पत्ति कब, कैसे और किसके द्वारा हुई, इस बारे में विद्वानों के अनेक मत हैं। संगीत का इतिहास स्वयं मानव का इतिहास है। जैसे-जैसे मनुष्य का विकास होता गया, संगीत की भी उन्नति…

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