भाषा

भाषा संरचना क्या है?

भाषा संरचना का मूलाधार संरचनात्मक पद्धति है जिस प्रकार भवन रचना में ईट, सीमेंट, लोहा, शक्ति अर्थात् मजदूर और कारीगर की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार भाषा संरचना में ध्वनि, शब्द, पद, वाक्य, प्रोक्ति और अर्थ की अपनी-अपनी भूमिका होती है। ध्वनि संरचना दो य…

भाषा विज्ञान की परिभाषा, क्षेत्र एवं पद्धतियां

भाषा के वैज्ञानिक अध्ययन को भाषा विज्ञान कहते हैं। भाषा विज्ञान की प्रक्रिया शुरू हुए दो शताब्दी हो चुकी है। भाषा विज्ञान के लिए समय-समय पर अनेक नाम दिए गए हैं। भाषा विज्ञान सर्वाधिक प्रचलित होने के साथ सहज रूप में भाषा के वैज्ञानिक अध्ययन का भाव प्रक…

माध्यम भाषा किसे कहते हैं

माध्यम भाषा उसे कहते हैं, जो 'माध्यम' में प्रयुक्त होती है । जिस भाषा के द्वारा शिक्षण-प्रशिक्षण औ पठन-पाठन की व्यवस्था की जाती है, उसे 'माध्यम भाषा' कहते हैं । माध्यम भाषा का यह सामान्य अर्थ है माध्यम भाषा को अंग्रेजी में ‘Medium Lang…

सृजनात्मक भाषा किसे कहते हैं?

दैनिक जीवन व्यवहार में बोलचाल की भाषा का प्रयोग होता है । जब बोलचाल की भाषा में कल्पना, नूतनता एवं मुहावरे आदि का प्रयोग होता है, तो सर्जनात्मक भाषा का रूप विकसित होता है । कुछ विद्वानों का मत है कि, भाषा में होने वाले नए प्रयोग या परिवर्तन को सर्जनात…

सम्पर्क भाषा किसे कहते हैं इसकी परिभाषा

भाषा वह ध्वनि समूह है, जिसके द्वारा मनुष्य अपने भावों और विचारों को प्रकट करता है । जिस भाषा के माध्यम से मनुष्य एक दूसरे से संपर्क स्थापित करता है, उसे सम्पर्क भाषा कहा जाता है । इसे Link Language भी कहते हैं । डॉ. विजयपाल सिंह के मतानुसार, “वह भाषा …

मातृभाषा का अर्थ और परिभाषा

मातृभाषा का सामान्य अर्थ है 'माता की भाषा' । बालक अपनी माँ से जो भाषा सिखता है, वह उसकी ‘मातृभाषा’ मानी जाती है। माँ का संबंध किसी वर्ग या समुदाय से होता है । अत: उस समुदाय में बोली जाने वाली भाषा उस समुदाय के सभी लोगों की 'मातृभाषा' क…

भारत में बोली जाने वाली भाषाओं के नाम

भारत में बोली जाने वाली भाषाओं के नाम कुछ मुख्य भारतीय भाषाओं की चर्चा इस प्रकार है,  1. असमिया -  इस भाषा का प्रयोग असम प्रांत में किया जाता है । इस भाषा को बोलने वालों की संख्या 1.30 करोड़ अर्थात् 1.55 प्रतिशत है । बंगाल और असम दोनों पड़ोसी राज्य की…

भारत में कितनी भाषाएँ बोली जाती हैं?

1971 की जनगणना के अनुसार भारत में 1652 प्रकार कि भाषाओं का उपयोग होता था। अधिकांश भाषाएं उत्तर भारत में बोली जाती थी। भाषाओं की यह बहुलता भारत में पहले से जाति और वंश के आधार पर विभाजित जनसंख्या में नई सामाजिक दरार पैदा करती है और देश के अन्दर संचार क…

बुंदेली भाषा का इतिहास और क्षेत्र

बुंदेली भी एक बोली है जो एक निश्चित क्षेत्र में बोली जाती है। बुंदेली भाषा का इतिहास बुंदेली भाषा का समृद्ध इतिहास है। यह भाषा शौरसेनी अपभ्रंश के ‘मध्यदेशीय’ से विकसित पश्चिमी हिन्दी की एक प्रमुख बोली है। यह तथ्य सर्वविदित है कि हिन्दी की लोकभाषाओं …

मालवी भाषा के कवि

malvi bhasha ke kavi मालवी भाषा के कवि संत पीपा, आनंदराव दुबे, हरीश निगम, बालकवि बैरागी और नरहरि पटेल है। मालवी भाषा के कवि मालवी भाषा के कवि संत पीपा, आनंदराव दुबे, हरीश निगम, बालकवि बैरागी और नरहरि पटेल है। 1. संत पीपा संत पीपा प्रतापराव खीची राजपू…

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