महाभारत

महाभारत के पर्व के नाम

‘महाभारत’ का प्रणयन 18 पर्वों या खण्डों में हुआ है, जिनके नाम इस प्रकार हैं- आदि, सभा, वन, विराट्, उद्योग, भीष्म, द्रोण, कर्ण, शल्य, सौप्तिक, स्त्री, शान्ति, अनुशासन, अश्वमेध, आश्रमवासी, मौसल, महाप्रस्थानिक तथा स्वर्गारोहण। प्रत्येक पर्व में वर्णित वि…

महाभारत की गांधारी कहाँ की राजकुमारी थीं?

गान्धार देश के राजा सुबल की पुत्री गांधारी थी। सुबल के पिता के रूप में प्रह्लाद के शिष्य नग्नजित का नाम महाभारत में उल्लिखित है । सम्भवतः इसी राजा नग्नजित को जैन उत्तराध्ययन सूत्र में जैन नरेश नग्गति के रूप में उल्लेख किया गया है । प्रह्लाद के शिष्य क…

महाभारत क्या है || महाभारत का संक्षिप्त परिचय

वेदव्यास रचित महाकाव्य महाभारत संस्कृत साहित्य का एक वृहत् विश्वकोश है— जिसमें वैदिक शास्त्र, उपनिषद, धर्मसंहिता, नीतिशास्त्र, वर्णादि आश्रमव्यवस्था, राजनीति, समाजनीति, गृहस्थनीति, धनुर्वेदादिविभिन्न शास्त्र, युद्ध नीति, इतिहास, भुगोल, विज्ञान, अध्यात…

महाभारत का प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय संस्करण

वेदों का विभाग करने के कारण ही इसका नाम व्यास पड़ा है। ये महाभारत के पात्रों के समकालीन एवं उनके निकट के संबन्धी भी थे। वेद का व्यास या विस्तार करने के कारण इनका नाम व्यास पड़ा। महाभारत के रचयिता भारतीय परम्परा के अनुसार महर्षि वेदव्यास ही महाभारत के …

महाभारत के 18 पर्व ‘महाभारत’ का प्रणयन 18 पर्वों या खण्डों में हुआ है, जिनके नाम इस प्रकार हैं

महाभारत के 18 पर्व ‘महाभारत’ का प्रणयन 18 पर्वों या खण्डों में हुआ है, जिनके नाम इस प्रकार हैं-  प्रत्येक पर्व में वर्णित विषयों की सूची इस प्रकार है-  महाभारत में कितने पर्व है और उनके नाम महाभारत के 18 पर्व ‘महाभारत’ का प्रणयन 18 पर्वों या खण्डों म…

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