संस्कृत में ‘मिथक’ शब्द के समीपवर्ती शब्दों के रूप में दो ही शब्दों का प्राधान्य रहा है। प्रथम है ‘मिथस’ अथवा ‘मिथ’, जिसका अर्थ है – ‘परस्पर सम्मिलन’ तथा द्वितीय है ‘मिथ्या’ जिसका अर्थ है – झूठ तथा असत्य। यदि मिथक का उद्धव ‘मिथस’ से माना जाए तो इस शब्…