मुस्लिम सामाजिक संस्थाएं इस्लाम धर्म पर आधारित हैं। मुस्लिम विवाह ‘‘कुरान‘‘ से शासित होते हैं। ‘‘कुरान‘‘ मुहम्मद साहब के कलामों का संग्रह है। मुस्लिम विवाह एक सामाजिक समझौते के रुप में समझा जाता है। मुस्लिम विवाह कुछ उद्देश्यों की पूर्ति के लिये किया …