यूरोप का इतिहास

यूरोप में धर्म सुधार विरोधी आंदोलन का इतिहास

यूरोप में धर्म सुधार आंदोलन के कारण नवीन प्रोटेस्टेंट धर्म के प्रसार से चिंतित होकर कैथोलिक धर्म के अनुयायियों ने कैथोलिक चर्च व पोपशाही की शक्ति व अधिकारों को सुरक्षित करने और उनकी सत्ता को पुन: सुदृढ़ बनाने के लिए कैथोलिक चर्च और पोपशाही में अनके सु…

फ्रांसीसी क्रांति के प्रमुख नेता कौन थे?

फ्रांस की क्रांति यूरोप के इतिहास की एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना है। फ्रांस में 1789 में एक महान क्रान्ति हुई जो वहां की निरंकुश शासन व्यवस्था तथा तत्कालीन दोषपूर्ण सामाजिक व्यवस्था, विशेषाधिकारों और नौकरशाही के विरूद्ध थी। इस क्रान्ति के परिणामस्वरूप क…

1917 की रूसी क्रांति के कारण और प्रभाव

1905 की रूसी क्रांति का प्रत्यक्ष रूप से अंत कर दिया गया था, लेकिन परोक्षरूप में वह भूमिगत हो गयी और 1917 में उसका एक भयंकर विस्फोट के रूप में प्रादुर्भाव हुआ, जिसने मनुष्य मात्र के इतिहास को ही मोड़ दिया  1917 की रूसी क्रांति के कारण इस क्रांति के प…

जार अलेक्जेंडर प्रथम की गृह नीति

रूसी लोग मुख्यत: स्लाव हैं। पुरानी रूसी भाषा में उच्चतम श्रेणी के सत्ताधारी स्वतंत्र शासक को जार कहा जाता था। 21 जनवरी 1613 ई. से रूस में रोमोनोव राजवंश का शासन प्रारंभ हुआ। माइकेल रोमोनोव इस वंश का प्रथम जार था। सन 1672 ई. में मास्को की गद्दी पर पीट…

सामंतवाद से क्या तात्पर्य है सामंतवाद की परिभाषा?

यूरोप और ऐशिया के सामान्यत: मध्यकाल के युग को सामंतवाद कहा जाता है क्योंकि इसका उदय, विकास और हृास इसी काल में हुआ। इस शब्द की विभिन्न परिभाषाएं हैं क्योंकि विभिन्न विद्वानों ने इसकी अलग-अलग व्याख्या की है। इसका प्रयोग ऐतिहासिक विकास की भिन्न-भिन्न अव…

यूरोप में धर्म सुधार विरोधी आंदोलन क्या था ?

यूरोप में धर्म सुधार आंदोलन के कारण नवीन प्रोटेस्टेंट धर्म के प्रसार से चिंतित होकर कैथोलिक धर्म के अनुयायियों ने कैथोलिक चर्च व पोपशाही की शक्ति व अधिकारों को सुरक्षित करने और उनकी सत्ता को पुन: सुदृढ़ बनाने के लिए कैथोलिक चर्च और पोपशाही में अनके स…

1905 की रूसी क्रांति के लिए जो परिस्थितियाँ उत्तरदायी थीं, उनका विवरण

क्रांति का अर्थ मात्र रक्तपात नहीं है, बल्कि अत्यन्त शीघ्रता के साथ होने वाले आमूल परिवर्तन को क्रांति कहा जाता है । एक रूसी विद्वान ने कहा है कि क्रांति उस समय होती है, जब उसके पीछे कोई सामाजिक माँग होती है ।  क्रांति के संबंध में लार्ड मैकाले का क…

द्वितीय विश्व युद्ध का इतिहास, कारण, घटनाएं और परिणाम

1919 ई. के पेरिस शांति सम्मेलन के ठीक 20 वर्ष बाद 1939 ई. में द्वितीय विश्वयुद्ध आरंभ हो गया। 1 सितम्बर 1939 को जैसे ही हिटलर ने पोलैण्ड पर आक्रमण किया। तब 3 सितम्बर 1939 को इंग्लैण्ड ने जर्मनी के विरूद्ध युद्ध की घोषणा कर दी। इस प्रकार द्वितीय विश्व …

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