लोकगीत लोक की पारम्परिक छोटी-छोटी कविताएँ हैं, जिनमें जीवन के समस्त सुख-सौन्दर्य, हास - उल्लास, दुःख तनाव प्रतिबिम्बित होते हैं। लोक काव्य की यह जीवन धारा लोक के सांस्कृतिक जीवन में निरन्तर बहती है। लोक समाज में प्रचलित विभिन्न संस्कार, अनुष्ठान और री…