विज्ञापन

विज्ञापन का इतिहास

आदिकाल से ही भारत में विभिन्न अवसरों पर विज्ञापन अपने किसी न किसी स्वरूप में उपस्थित रहा है। आध्यात्मिक से लेकर पौराणिक कहानियों में अनेक घटनाओं का उल्लेख मिलता है जिससे बड़े आधार पर ‘विज्ञापन’ के लिए तत्कालीन प्रचार-माध्यमों का प्रयोग किया गया था। ढो…

विज्ञापन का अर्थ ,परिभाषा एवं उद्देश्य - Meaning, definition of advertising

आज का युग विज्ञापन का युग है। किसी भी वस्तु, व्यक्ति या जगह से हम विज्ञापन के माध्यम से ही परिचित हो जाते है विज्ञापन ने अपना आधुनिक रूप ले लिया है और यह समाज का आर्थिक तंत्र का अभिन्न अंग बन गया है और मीडिया की तो इसे रीढ़ ही समझा जाने लगा है। यह भी …

विज्ञापन का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं माध्यम

विज्ञापन एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम किसी सामग्री या व्यक्ति विशेष के प्रति जनसामान्य को आकर्षित करने का प्रयास करते हैं। आज विज्ञापन हमारे जीवन की दिनचर्या का एक जरूरी अंग बन गया है। फिल्म, रेडियो, टेलीविजन, पोस्टर्स, हैंडबिल, साइनबोर्ड, लोकल क…

विज्ञापन माध्यम क्या है विज्ञापन के माध्यम कौन-कौन से हैं ?

विज्ञापन माध्यम वे साधन हैं जो उत्पादक या सेवा से सम्बद्ध सूचना या संदेश को उपभोक्ता तक पहुंचाने का काम करते हैं। विज्ञापन के लिए सही माध्यम का चयन करना एक प्रकार से विज्ञापन की सफलता की चाबी हासिल करना है। यह उसकी सफलता का मूलमंत्र है। किसी भी विज्ञा…

विज्ञापन का अर्थ, परिभाषा, प्रकार

किसी वस्तु के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए और बिक्री बढ़ाने के लिए विज्ञापन बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वस्तु या सेवा की खरीद के लिए उत्सुकता जगाना या प्रसारित विचार के प्रति सहमति पैदा करना, विज्ञापन का प्रमुख लक्ष्य है। विज्ञाप…

भारतीय विज्ञापन परिषद (advertising standards council of india) द्वारा निर्धारित आचार-संहिता में विस्तृत नियमावली

विज्ञापन कंपनियां विज्ञापन को आकर्षक बनाने की होड़ में क बार नैतिकता की सीमाओं का उल्लंघन करने लगती हैं। विज्ञापन में उत्तेजक और अश्लील दृश्य, अतिकल्पना, असत्य सूचनाओं, द्विअर्थी संवादों आदि का प्रयोग करते हुए उत्पाद को ऐसे आकर्षक, भ्रामक और मोहक स्वर…

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