व्यवस्थापिका

व्यवस्थापिका का अर्थ, परिभाषा, कार्य व भूमिका

किसी देश या राज्य के शासन को सुचारु रूप से चलाने के लिए सरकार की आवश्यकता पड़ती है। सरकार ही वह यन्त्र होता है जो राज्य के उद्देश्यों या लक्ष्यों को अमली जामा पहनाता है। अपने उत्तरदायित्वों का वहन करने के लिए सरकार शासन कार्यों को अपने तीन अंगों में ब…

द्विसदनीय विधायिका क्या है? || द्विसदनीय विधायिका के पक्ष और विपक्ष में तर्क

द्विसदनीय विधायिका की परम्परा ब्रिटेन की देन है। सबसे पहले ब्रिटेन में संसद के दो सदन विकसित हुए थे। बाद में सभी प्रजातन्त्रीय देशों ने ब्रिटिश प्रतिमान का ही अनुसरण किया है और उनमें द्विसदनीय विधायिकाएं हैं। प्रत्येक देश में निम्न सदन जन साधारण का प्…

एक सदनीय विधायिका किसे कहते है? || एक सदनीय विधायिका के पक्ष और विपक्ष में तर्क

जिस देश में व्यवस्थापिका का एक सदन होता है उसे एक सदनीय विधायिका कहा जाता है। यह पद्धति आज विश्व के अनेक देशों में प्रचलित है। यह पद्धति 18वीं तथा 19वीं सदी के दौरान अधिक लोकप्रिय रही और आज भी है। इस पद्धति के समर्थकों का कहना है कि लोकप्रिय सम्प्रभुत…

व्यवस्थापिका किसे कहते हैं व्यवस्थापिका के कार्य व भूमिका अलग-अलग देशों में अलग-अलग हैं।

किसी देश या राज्य के शासन को सुचारु रूप से चलाने के लिए सरकार की आवश्यकता पड़ती है। सरकार ही वह यन्त्र होता है जो राज्य के उद्देश्यों या लक्ष्यों को अमली जामा पहनाता है। अपने उत्तरदायित्वों का वहन करने के लिए सरकार शासन कार्यों को अपने तीन अंगों में ब…

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