शरीर के अंग

शरीर में त्वचा का क्या कार्य है त्वचा को स्वस्थ एवं स्वच्छ रखने के लिए इन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है

शरीर के ऊपरी आवरण को ‘त्वचा‘ के नाम से सम्बोधित जाता है। त्वचा शरीर और वातावरण के बीच सीमान्त या सीमा बन्धक मेम्ब्रेन है, जिसके माध्यम से सभी वस्तुओं का अदल बदल होता रहता है। इस तरह से त्वचा शरीर के ऊतकों तथा बाहय वातावरण के बीच एक रोधी भित्ति का कार्…

कान की संरचना एवं कार्यों का वर्णन कीजिए |

कान के कार्य एवं संरचना  कान या कर्ण शरीर का एक आवश्यक अंग है, जिसका कार्य सुनना (Hearing) एवं शरीर का सन्तुलन (Equilibrium) बनाये रखना है तथा इसी से ध्वनि (Sound) की संज्ञा का ज्ञान होता है। कान की रचना अत्यन्त जटिल होती है, अत: अध्ययन की दृष्टि से …

नाक की संरचना एवं कार्यों का वर्णन कीजिए |

नाक के कार्य एवं संरचना  नासा गुहा (Nasal cavity) की श्लेष्मा, तीन छोटी अस्थियों (Nasal conchae) द्वारा कई कक्षों में बँट जाती है, जो नाक की बाहरी भित्ति से आरम्भ होते हैं। तीनों अस्थियों (Nasal conchae) के कारण इस स्थान पर तीन छोटे टीलों के समान उभा…

मनुष्य के वृक्क की संरचना तथा कार्यों का वर्णन करें।

मानव शरीर की उदरीय गुहा के पश्च भाग में रीढ के दोनों ओर दो वृृक्क स्थित होते हैं। ये बैगंनी रंग की रचनायें होती है जो आकार में बहुत बडी नहीं होती है। इन वृृृक्कों के पर टोपी के समान अधिवृक्क ग्रन्थियां नामक रचना पायी जाती हैं। ये वृक्क शरीर में रक्त …

शरीर के प्रमुख ऊतक की संरचना एवं कार्य

समान स्वरूप एवं समान कार्य वाली कोशिकाओं के समूह को ऊतक कहते है। कुछ ऊतक विशेष स्थानों पर पाए जाते हैं और कुछ सम्पूर्ण शरीर में व्याप्त रहते है। ऊतकों के समूह मिलकर शरीर के अंगों का निर्माण करते है। उतकों के प्रमुख प्रकार है - उपकलीय तन्त्र ऊतक - …

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