समकालीन कविता का लक्षण स्वरूप एवं स्थिति byBandey •September 04, 2021 समकालीन कविता प्रगतिशील रुझानों में जनवादी पक्षधरता के साथ मानवीय सौन्दर्यबोध में, सृजनात्मक चेतना के रूपान्तरण की कविता है। जो अपने दौर की काव्य सृजन में, विगत लगभग दो दशकों के ऐतिहासिक कालखण्ड में विकसित प्रगति विरोधी- प्रतिक्रियावादी कलाअ…