समकालीन राजनीतिक विचार एवं सिद्धांत

जयप्रकाश नारायण के राजनीतिक विचार

लोकनायक जयप्रकाश नारायण एक राजनीतिक दार्शनिक की अपेक्षा एक सामाजिक दार्शनिक अधिक थे। उन्होंने जीवन भर साधारण जनता के कल्याण के लिए अपना संघर्ष किया। उन्होंने राजनीतिक भ्रष्टाचार को सभी सामाजिक समस्याओं की जड़ माना और समय-समय पर राजनीति में सुधारों क…

प्रत्यक्षवाद क्या है?

प्रत्यक्षवाद क्या है (What is Positivism)? प्रत्यक्षवाद वह सिद्धान्त है जो केवल वैज्ञानिक पद्धति से प्राप्त ज्ञान को ही अपर्युक्त, विश्वसनीय व प्रामाणिक मानता है। प्रत्यक्षवादियों का मानना है कि प्रत्यक्षवाद विज्ञान की मदद से उद्योग, उत्पादन एवं आर्थि…

फासीवाद क्या है फासीवाद की विशेषताएं?

फासीवाद शब्द की उत्पत्ति इटालियन भाषा के शब्द ‘Fascio’’से हुई है। इसका अर्थ है-’लकड़ियों का बंधा हुआ गठ्ठा’। यह शब्द रोम में राजचिन्ह को दर्शाने के लिए प्रयोग किया जाता था। इसमें लकड़ियों के साथ एक कुल्हाड़ा भी रखा जाता था। लकड़ी का गट्ठा एकता का तथा…

उदारवाद का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं सिद्धांत

उदारवाद शब्द अंग्रेजी भाषा के ‘Liberalism’ का हिन्दी अनुवाद है। इसकी उत्पत्ति अंग्रेजी भाषा के शब्द ‘Liberty’ से हुई है। इस दृष्टि से यह स्वतन्त्रता से सम्बन्धित है। इस अर्थ में उदारवाद का अर्थ है ‘व्यक्ति की स्वतन्त्रता का सिद्धान्त।’ ‘Liberalism’ शब…

जॉन रॉल्स के न्याय के सिद्धांत का वर्णन | John Rawls' theory of justice

जॉन रॉल्स का जन्म 21 फरवरी 1921 को अमेरिका में हुआ। जॉन रॉल्स की बचपन से ही सामाजिक समस्याओं को समझने में रुचि थी। जॉन रॉल्स एक विलक्षण प्रतिभा रखने वाले व्यक्ति थे। अपनी परिपक्व आयु में जॉन रॉल्स ने सामाजिक विषमताओं को समझकर अपने विचारों को पत्र-पत्र…

More posts
That is All