सस्वर का अर्थ है जोर से अथवा स्वयं सहित वाचन करना। हम देखते है अनेक अनौपचारिक अवसरों पर व्याख्यान देते समय वाद-विचार एवं गोष्ठियों में अपनी बात को प्रभावशाली ढंग से कहने के लिए यही वाचन का रूप प्रयुक्त होता है। शुद्ध, प्रभावपूर्ण वाचन श्रोताओं पर विश…