दीघकालीन सम्पत्तियों में किये गये निवेश को स्थायी पूंजी कहा जाता है, जो एक लम्बे समय तक प्रयोग की जाती है। अत: स्थाई सम्पत्तियों को दीर्घकालीन वित्तीय स्रोतों से ही प्राप्त करना चाहिए। स्थायी पूंजी में बड़ी मात्रा में कोष लगाए जाते हैं तथा ऐसे निर्णयो…