समवर्ती सूची के विषय

समवर्ती सूची में 47 विषय है। ये विषय केन्द्र और राज्य दोनों की परिधि के अंतर्गत आते है। इनके उपर कानून बनाने का अधिकार केन्द्र एवं राज्य दोनों को है। इस सूची में निम्न विषय है:- विवाह एवं तलाक, कृषि भूमि के अतिरिक्त संपत्ति का स्थानांतरण, ठेकेदारी, दि…

नृजातीय समूह किसे कहते है? || नृजातीय समूह की विशेषताएं

सरल भाषा में नृजातीयता किसी व्यक्ति या समूह के नृजातीय समूह की अपनेपन की भावना है। एक व्यक्ति या समूह, वे विभिन्न सांस्कृतिक लक्षणों के कारण स्वयं को/खुद को एक विशेष जातीय समूह से कैसे संबंधित करते हैं, इसे नृजातीयता कहा जाता है। इसलिए, नृजातीयता जेवि…

भारत के संविधान में 6 मूल अधिकार कौन कौन से हैं और उनका संक्षिप्त वर्णन

संविधान में 7  मूल अधिकार थे। लेकिन 44वें संशोधन के बाद 1978 में इन्हें 6 मूल अधिकार कर दिया गया। इस संशोधन ने 7वें मूल अधिकार सम्पति का अधिकार को समाप्त कर दिया था। यह अधिकार अनुच्छेद 31 के अंतर्गत था। भारत  के  संविधान में अब कुल 6 मूल अधिकार है।  6…

भारतीय आर्य भाषाओं का वर्गीकरण एवं विशेषताएँ

1) सिंधी - सिंधी मूलत: आज के पाकिस्तान के सिंध प्रांत के निवासियों की भाषा है। भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय सिंधी भाषी पाकिस्तान छोड़कर भारत में आए और भारत के कई स्थानों में बसे, इस कारण सिंधी भाषा का अपना कोई प्रदेश नहीं है, जैसे कि अन्य कई भाषाओं क…

द्रविड़ भाषा परिवार की प्रमुख भाषाएँ और क्षेत्र

द्रविड़ भाषाएँ भारत के दक्षिण में बोली जाती हैं। ये हैं तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम। इसकी प्रमुख भाषाएँ और क्षेत्र ये हैं-  तमिल (मद्रास में)  तेलुगु (आन्ध्र प्रदेश में)  कन्नड़ (मैसुर में)  मलयालयम (केरल में)।  इसी परिवार में गोंडी (मध्य प्रदेश, ब…

मलिक मोहम्मद जायसी का जीवन परिचय और प्रमुख रचनाएं

मलिक मोहम्मद जायसी निर्गुण भक्ति काव्यधारा की प्रेमाश्रयी शाखा जिसे सूफी काव्य के रूप में भी जाना जाता है, के प्रतिनिधि कवि हैं। जायसी के जन्म की तिथि के संदर्भ में भी मतभेद हैं। मलिक मोहम्मद जायसी का जन्म वर्ष 870 हिजरी (1464 ई.) और मलिक मोहम्मद जायस…

विद्यापति का जीवन परिचय, प्रमुख रचनाएँ, भाषा और काव्य सौंदर्य

विद्यापति का जन्म सन् 1360 ई. में स्वीकार किया जाता है। वे एक बहुआयामी साहित्यकार थे। उन्होंने तीन भाषाओं संस्कृत, अवहट्ठ, मैथिली में काव्य रचना की। इनकी ख्याति का मुख्य आधार मैथिली भाषा में रचित ‘पदावली’ है। इसमें लगभग एक हजार पद हैं जो आज भी गीत के …

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