मुस्लिमों के त्योहार कौन कौन से है ? muslim festivals list in india

मुस्लिमों के प्रमुख त्यौहार ईद-उल-अजहा अथवा ईद - ए - कुर्बान इस त्यौहार को ईद-उल-जुहा या बकरी ईद-ए-कुर्बानी के त्यौहार के रुप में मनाया जाता था। यह मुसलमानी वर्ष जु-ए-हिजा की दसवी मुस्लिम वर्ष के 12वें महीने में मनायी जाती थी । मुस्लिम पर्वों में से स…

पाल वंश की स्थापना, उत्पत्ति, पाल वंश के शासकों के नाम

पाल वंश की स्थापना शशांक की मृत्यु के बाद गोपाल ने पालवंश की स्थापना की, जिसके इतिहास की जानकारी के लिए हमे प्रचुर अभिलेखीय और साहित्य प्रमाण प्राप्त हैं । धर्मपाल के खलिमपुर अभिलेख से ज्ञात होता है कि तत्कालीन राजनीतिक अव्यवस्था (मत्स्यन्याय) से मुक्…

गुरु तेग बहादुर जी का जीवन परिचय

नौवें गुरु तेग बहादुर जी का जन्म सन् 1621 में हुआ था । वे गुरु हरगोविंद के पुत्र थे । गुरु तेग बहादुर जी का विवाह करतारपुर के निवासी लालचंद की सुपुत्री गुजरी जी के साथ हुआ । सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी को जन्म देने का सौभाग्य माता गुजरी को प्रा…

गुरु हर राय का जीवन परिचय

गुरु हर राय देव जी का जन्म सन् 1630 ई. में कीरतपुर रोपड़ में हुआ था । वे एक महान आध्यात्मिक एवं राष्ट्रवादी पुरुष थे । उनके पिता का नाम बाबा गुरदित्ता जी एवं माता का नाम निहाल कौर था । उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के निवासी श्री दया राम जी की पुत्री किशन …

सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम 1955 क्या है ?

भारत के संविधान के अनुच्छेद 17के अनुशरण में, अस्पृश्यता (अपराध) अधिनियम, 1955 अधिनियमित किया गया था और इसे 8-5-1955 को अधिनियमित किया गया तथा वर्ष 1976 में इसमें संशोधन करते हुए इसका नाम बदल कर "सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1955” रखा गया। यह अधि…

महाराजा रणजीत सिंह का जीवन परिचय

अठारहवीं शती के अंतिम चरण में महाराजा रणजीत सिंह का जन्म सन् 1780 में गुजरांवाला में हुआ था । भारत-विभाजन के बाद यह क्षेत्र पाकिस्तान में चला गया । पंजाब पर उन दिनों सिखों और अफगानों की हुकूमत चलती थी । उस समय पूरा इलाका कई मिसलों में बँटा हुआ था । उन…

महमूद गजनी ने भारत पर आक्रमण क्यों किया इसका भारत पर क्या प्रभाव पड़ा?

महमूद का जन्म ६७१ ई० में हुआ था। उनकी माता जाबुलिस्तान के एक सरदार की कन्या थीं। किशोरावस्था में ही उसने हिरात, खुरासान, नेशापुर आदि के विरूद्ध तथा पंजाब के जयपाल के खिलाफ युद्धों में अपने पिता को सक्रीय सहयोग दिया था । वह युद्धकला एवं राजकौशल में अत्…

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