सफेद मूसली एक कंदयुक्त पौधा होता है, यह पौधा क्लोरोफाइटम
बोरिविलिएनम के नाम से जाना
जाता है परंतु ‘‘इंडियन मेटीरिया
मेडिका’’ में इसका नाम
क्लोरोफाइटम अरुंडीनेशियम
दर्शाया गया है।
सफेद मूसली की प्रजातियाँ / किस्में
सफेद मूसली की विभिन्न प्रजातियाँ पाई जाती हैं जैसे-- क्लोरोफाइटम बोरिविलिएनम
- क्लोराफाइटम ट्यूबरोजम
- क्लोरोफाइटम अरुन्डीनेशियम
- क्लोरोफाइटम एटेनुएटम
- क्लोरोफाइटम ब्रीविस्केपम
सफेद मूसली के फायदे या औषधीय उपयोग
सफेद मूसली शारीरिक शिथिलता को दूर करने की क्षमता पाई गई है। नपुंसकता दूर करने, यौनशक्ति एवं बलवर्धन हेतु इसका उपयोग अधिक हो रहा है। यह इतनी पौष्टिक तथा बलवर्धक होती है कि इसे ‘‘दूसरे शिलाजीत’’ की संज्ञा दी गई है तथा इसे चीन/उत्तरी अमेरिका में पाये जाने वाले पौधे जिन्सेंग जिसका वनस्पतिक नाम ‘‘पेनेक्स’’ है,विदेशों में इससे कैलॉग जैसे फ्लेक्स बनाए जाने पर भी कार्य चल
रहा है जो नाश्ते के रूप में प्रयुक्त किए जा सकेंगें। इसके अतिरिक्त इससे
माताओं का दूध बढ़ाने, प्रसवोपरान्त होने वाली बीमारियों तथा शिथिलता
को दूर करने तथा मधुमेह आदि जैसे अनेकों रोगों के निवारण हेतु भी
दवाईयाँ बनाई जाती हैं।
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सफेद मूसली
Thanks sir
ReplyDeleteBuai ki pr hec dr kya hogi
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