सहसम्बंध गुणांक एक ऐसी अनुपातिक संख्या होती है जो दो चरों के बीच सहसम्बंध की प्रकृति (धनात्मक, ऋणात्मक अथवा शून्य) और उसकी मात्रा दोनों का स्पष्ट बोध कराती है।
गिलफोर्ड के शब्दों में - ‘सहसम्बंध गुणांक वह संख्या है जो हमें यह बताती है कि दो चीजें (चर, Variables) आपस में किस सीमा तक सम्बंधित हैं और उनमें से किसी एक में परिवर्तन होने से दूसरे में किस सीमा तक परिवर्तन होते हैं।’
सहसंबंध के गुणांक की व्याख्या
सहसम्बंध गुणांक एक अनुपातिक संख्या होती है जिसका मान -1 से +1 तक होता है। -चिन्ह ऋणात्मक सहसम्बंध और + चिन्ह धनात्मक सहसम्बंध प्रकट करता है और -1 से +1 के बीच की संख्याएँ सहसम्बंध की मात्रा का बोध कराती हैं।सहसम्बंध गुणांक की व्याख्या इस सारिणी के आधार पर की जाती है।
सहसंबंध के गुणांक की व्याख्या
सहसम्बंध गुणांक का मान | सहसम्बंध गुणांक की व्याख्या |
---|---|
+ 1.00 | पूर्ण (Perfect) धनात्मक सहसम्बंध |
+ .91 से + .99 तक | अत्यन्त उच्च (Very High) धनात्मक सहसम्बंध |
+ .71 से + .99 तक | उच्च (High) धनात्मक सहसम्बंध |
+ .41 ये + .70 तक | सामान्य (Moderate) धनात्मक सहसम्बंध |
+ .21 से + .40 तक | निम्न (Low) धनात्मक सहसम्बंध |
+ .01 से + .20 तक | अत्यन्त निम्न (Very Low) धनात्मक सहसम्बंध |
- .21 से - .40 तक | निम्न (Low) ऋणात्मक सहसम्बंध |
- .41 से - .70 तक | सामान्य (Moderate) ऋणात्मक सहसम्बंध |
-.71 से - .90 तक | उच्च (High) ऋणात्मक सहसम्बंध |
- .91 से - .99 तक | अत्यन्त उच्च (Very High) ऋणात्मक सहसम्बंध |
- 1.00 | पूर्ण (Perfect) ऋणात्मक सहसम्बंध |
सहसंबंध के गुणांक की गणना
सहसम्बंध गुणांक ज्ञात की करने की कई विधियों का विकास किया गया है जिनमें दो विधियों का प्रयोग अधिक किया जाता है- एक स्पीयरमैन की रैंक अन्तर विधि (Spearman’s Rank Difference Method) और दूसरी पीयरसन की प्रोडक्ट मुमैन्ट विधि (Pearson’s Product Moment Method) ।
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