भूमंडलीकरण का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य, विशेषताएँ, लाभ

भूमंडलीकरण का अर्थ

इस अंग्रेजी में Globalization कहते हैं। संसार के सभी देश एक दूसरे के विकास एवं समस्याओं के समाधान के लिए एक जुट रहते है। सार्क शिखर सम्मेलन UNESCO, UNICEF, WHO आदि संगठन वैश्वीकरण / भूमंडलीकरण के उदाहरण हैं। भूमण्डलीकरण /वैश्वीकरण की मनस्वी के अनुसार परिभाषा इस प्रकार है- उदारीकरण, आर्थिक विकास एवं निजीकरण के सामंजस्य की विष्वस्तरीय प्रक्रिया को वैश्वीकरण कहते है। सामान्य शब्दों में भूमंडलीकरण का अर्थ है सम्पूर्ण विश्व का एकजुट हो जाना।

यातायात व्यवस्था एवं क्रान्तीकारी सूचना प्रौद्योगिकी, व्यापार, उत्पादन, उच्च गुणवत्ता, रोजगार आदि में वृद्धि आदि तत्वों के कारण ही भूमण्डलीकरण संभव हुए हैं । इससे केवल व्यावसायीकरण को बढ़ावा मिला बल्कि विभिन्न संस्कृतियाँ भी एक-दूसरे के समीप आ गई है। सम्पूर्ण विश्व एक परिवार लगता है।

भूमण्डलीकरण की परिभाषा

प्रो. के. मनस्वी के अनुसार उदारीकरण, आर्थिक विकास एवं निजीकरण के सामंजस्य की विष्वस्तरीय प्रक्रिया को भूमंडलीकरण/ वैश्वीकरण कहते हैं।

भूमंडलीकरण के उद्देश्य

भूमण्डीकरण /वैश्वीकरण के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है-
  1. भूमण्डलीकरण का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से पिछड़े देशों को आर्थिक मदद कर विकासशील देश में परिवर्तित करना तथा विश्व की नवीन संरचना विकसित करना।
  2. आर्थिक रूप से कमजोर देशों को आर्थिक सहायता प्रदान कर गरीबी दूर करना। उदाहरणार्थ विश्व बैंक द्वारा अनुदान प्रदान करना।
  3. विश्व में शैक्षिक, सामाजिक एवं आर्थिक सुधार उदारीकरण द्वारा सम्भव हो रहा है। इसके द्वारा देशवासियों के जीवन स्तर में तीव्र और सतत् सुधार लाया जा सकता है।
  4. सार्वजनिक उपक्रमों की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए पूर्णरूप से या आंशिक रूप से स्ववामित्व या पूंजी निजी व्यक्तियां को बेच (निजीकरण) दिया जाता है। निजीरकण और विनिवेश अलग-अलग अवधारणाएँ नहीं है परन्तु एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। निजीकरण द्वारा आर्थिक संसाधनों एवं व्यवस्था में सरकार की भागीदारी कम करना और निजी क्षेत्रों को बढ़ावा देना प्रमुख उद्देश्य है।
  5. भूमंडलीकरण का उद्देश्य देशों में सरकारी नियंत्रण उद्योंगों की सुरक्षा एवं अर्थव्यवस्था, संगठनों का संरक्षण करना आदि तक समित करना है।
  6. भूमण्डलीकरा का उद्देश्य विभिन्न देशों के मध्य विश्व बंदुत्व की भावना का विकास करना है।
  7. अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग की भावना का विकास करना जिसके द्वारा देशों के मध्य आपसी संबंधों में सुधार हो सके। उदाहरण (ए) एक देश के विमा दूसरे देश की सीमा से होकर जा सकना। (बी) गैस पाइप लाइन को अपने क्षेत्र से होकर जाने की अनुमति प्रदान करना।

भूमंडलीकरण की विशेषताएँ

भूमंडलीकरण के तत्वों पर दृष्टिपात करने पर इसकी निम्नलिखित विशेषताएँ दृृष्टिगोचर होती है:-
  1. सहयोग व सद््भावना - विपरीत परिस्थितियों में किसी भी राष्ट्र में भूकम्प, बाढ़, सुनामी आदि आपातकालीन स्थितियों में अर्तराष्ट्रीय स्तर पर एक-दूसरे की सहायता सहयोग की भावना दर्शाती है।
  2. सरकारी हस्तक्षेप - भूमंडलीकरण व्यवस्था में अधिक सरकारी हस्तक्षेप के बजाय आत्मानुशासन द्वारा नियन्त्रण होना चाहिए । अतः सरकारी नियन्त्रण सामान्य होना चाहिए।
  3. समस्या समाधान एवं मानवता का विकास ।
  4. तकनीकी शिक्षा का विकास - भूमंडलीकरण की प्रमुख विशेषता है कि इसमें तकनीकी शिक्षा का तीव्र विकस होता है। इस देश दूसरे देश को तकनीकी का आदान-प्रदान भी करते हैं।
  5. सूचना तकनीकी का विकास - आज घर पर बैठे ही सूचना देश के हर कौने में भेज सकते हैं और वहाँ की सूचना प्राप्त कर सकते हैं। यह भी भूमंडलीकरण का ही उदाहरण है।
  6. विचारधाराओं का एक मंच पर सुना जाना तथा आवश्यकतानुसार उन्हें महत्व प्रदान करना एक विशेषता है।
  7. किसी भी देश की समस्या उसी देश की न मानकर सभी देश उसे अपनी समस्या मानते हैं जैसे- आतंकवाद की समस्या।

वैश्वीकरण / भूमण्डलीकरण के लाभ

भूमण्डलीकरण द्वारा संतुलित पर्यावरण का विकास, भयमुक्त समाज का विकास, युद्ध की समाप्ति एवं अतर्राष्ट्रीय सद्भावना का विकास सम्भव है।

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