ग्रामीण विकास के कार्यक्रम एवं उनका मूल्यांकन

 राज्य द्वारा ग्रामीण विकास के क्षेत्र में लागू किये गये कार्यक्रमों को मोटे तौर पर चार भागों में बाँटा जा सकता है: (अ) आय बढ़ाने वाले कार्यक्रम (ब) रोजगार उन्मुख कार्यक्रम (स) शिक्षा एवं कल्याण कार्यक्रम (द) क्षेत्रीय कार्यक्रम।

ग्रामीण विकास के कार्यक्रम

भारत में स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात विविध पंचवर्षीय योजनाओं के अन्तर्गत अनेकानेक ग्रामीण विकास कार्यक्रम चलाये गये, जिनमें से कुछ मुख्य कार्यक्रमों को तालिका के आधार पर अवलोकित किया जा सकता है:

ग्रामीण विकास कार्यक्रम एवं उनका श्रेणीगत विभाजन 

कार्यक्रमलागू वर्ष
प्रथम पंचवर्षीय योजना
1. सामुदायिक विकास कार्यक्रम1952
2. राष्ट्रीय विस्तार सेवा1953
द्वितीय पंचवर्षीय योजना
3. खादी एवं ग्राम उद्योग आयोग1957
4. बहुद्देशीय जनजातीय विकास प्रखण्ड1959
5. पंचायती राज संस्था1959
6. पैकेज कार्यक्रम1960
7. गहन कृषि विकास कार्यक्रम1960
तृतीय पंचवर्षीय योजना
8. व्यावहारिक पोशाहार कार्यक्रम1960
9. गहन चौपाया पशु विकास कार्यक्रम1964
10. गहन कृषि क्षेत्र कार्यक्रम1964
11. उन्नत बीज किस्म योजना1966
12. राष्ट्रीय प्रदर्शन कार्यक्रम1966
वार्षिक योजना
13. कृषक प्रशिक्षण एवं शिक्षा कार्यक्रम1966
14. कुआँ निर्माण योजना1966
15. वाणिज्यिक अनाज विषेश कार्यक्रम1966
16. ग्रामीण कार्य योजना1967
17. अनेक फसल योजना1967
18. जनजातीय विकास कार्यक्रम1968
19. ग्रामीण जनषक्ति कार्यक्रम1969
20. महिला एवं विद्यालय पूर्व षिषु हेतु समन्वित योजना1969
चतुर्थ पंचवर्षीय योजना
21. ग्रामीण नियोजन हेतु कै्रष कार्यक्रम1971
22. लघु कृशक विकास एजेन्सी1971
23. सीमान्त कृशक एवं भूमिहीन मजदूर परियोजना एजेन्सी1971
24. जनजातीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम1972
25. जनजातीय विकास पायलट परियोजना1972
26. पायलट गहन ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम1972
27. न्यूनतम आवश्यक कार्यक्रम1972
28. सूखा उन्मुख क्षेत्र कार्यक्रम1973
29. कमाण्ड क्षेत्र विकास कार्यक्रम1974
पंचम पंचवर्षीय योजना
30. समन्वित बाल विकास सेवा1975
31. पर्वतीय क्षेत्र विकास एजेन्सी1975
32. बीस सूत्रीय आर्थिक कार्यक्रम1975
33. विषेश पशु समूह उत्पादन कार्यक्रम1975
34. जिला ग्रामीण विकास एजेन्सी1976
35. कार्य हेतु अन्य येाजना1977
36. मरुस्थल क्षेत्र विकास कार्यक्रम1977
37. सम्पूर्ण ग्राम विकास योजना1979
38. ग्रामीण युवा स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम1979
षष्ठम पंचवर्षीय योजना
39. समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम1980
40. राष्ट्रीय ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम1980
41. ग्रामीण महिला एवं षिषु विकास कार्यक्रम1983
42. ग्रामीण भूमिहीन नियोजन प्रतिभू कार्यक्रम1983
43. इन्दिरा आवास योजना1985
सप्तम पंचवर्षीय योजना
44. मातृत्व एवं षिषु स्वास्थ्य कार्यक्रम1985
45. सार्वभौमिक टीकारण कार्यक्रम1985
46. जवाहर नवोदय विद्यालय योजना1986
47. नया बीस सूत्रीय कार्यक्रम1986
48. केन्द्र प्रायोजित ग्रामीण आरोग्य कार्यक्रम1986
49. जन कार्यक्रम एवं ग्रामीण प्रोद्योगिकी उन्नयन परिषद(कापार्ट)1986
50. बंजर भूमि विकास परियोजना1989
51. जवाहर रोजगार योजना1989
अश्टम पंचवर्षीय योजना
52. षिषु संरक्षण एवं सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम1992
53. प्रधानमंत्री रोजगार योजना1993
54. नियोजन आश्वासन योजना1993
55. राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास कार्यक्रम1994
56. परिवार साख योजना1994
57. विनियोग प्रोत्साहन योजना1994
58. समन्वित बंजर भूमि विकास परियोजना1995
59. राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम1995
60. राष्ट्रीय वृद्ध पेंशन कार्यक्रम1995
61. राष्ट्रीय परिवार लाभ कार्यक्रम1995
62. राष्ट्रीय मातृत्व लाभ कार्यक्रम1995
63. पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम1995
64. मिलियन कुआँ कार्यक्रम1996
65. विद्यालय स्वास्थ्य परीक्षण विषेश कार्यक्रम1996
66. परिवार कल्याण कार्यक्रम1996
नवम पंचवर्षीय येाजना
67. गंगा कल्याण योजना1997
68. बालिका समृद्धि योजना1997
69. स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना1999
70. जवाहर ग्राम समृद्धि योजना1999
71. ग्रामीण आवास हेतु ऋण एवं सहायता योजना1999
72. ग्रामीण आवास विकास हेतु उन्मेशीय स्रोत येाजना1999
73. समग्र आवास योजना1999
74. प्रधानमंत्री ग्रामोदय योजना2000
दसवीं पंचवर्षीय योजना
75. ग्रामीण भण्डारण योजना2002
76. सर्वशिक्षा अभियान2002
77. सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजना2003
78. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना2004
79. आशा योजना2005
80. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम2005
81. ज्ञान केन्द्र योजना2005
82. महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कार्यक्रम2006

ग्रामीण विकास कार्यक्रमों का मूल्यांकन

भारत में ग्रामीण विकास के विविध प्रयासों की सफलता एवं असफलता की समीक्षा करने पर यह स्पष्ट होता है कि ग्रामीण समाज एवं विशेषकर ग्रामीण निर्धनों पर ग्रामीण विकास कार्यक्रमेां की बहुत सीमित सफलता प्राप्त हुई है। ग्रामीण विकास की नीतियों, कार्यक्रमों के निर्धारण एवं क्रियान्वयन में कमियों के कारण ग्रामीण रुपान्तरण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण परिणाम नहीं दृष्टिगोचर होता। कुछ महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लक्ष्यों एवं उपलब्धियों के आधार पर उनका मूल्याँकन किया जा सकता है।

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