’ब्लाॅग’ वेब ब्लाॅग का संक्षिप्त रूप है, जो अमेरिका में 1977 के दौरान इंटरनेट में प्रचलित हुआ। प्रारंभ में कुछ ऑनलाइन जर्नलस के ब्लाॅग प्रकाशित किए गए थे जिसमें इंटरनेट के भिन्न क्षेत्रों में प्रकाशित समाचार, जानकारी इत्यादि लिंक होते थे तथा ब्लाॅग लिखने वालों की संक्षिप्त टिप्पणियाँ भी उनमें होती थीं, इन्हें ब्लाॅग कहा जाने लगा। ब्लाॅग लिखने वाले ब्लाॅगर कहलाने लगे। एक ही विषय से संबंधित आंकड़ों एवं सूचनाओं का यह संकलन ब्लाॅग तेजी से लोकप्रिय होता चला गया। आरम्भ में इसे लिखने के लिए एचटीएमएल HTML की आवश्यकता थी किन्तु अब किसी भी भाषा में ब्लाॅग सीधे लिखे जा सकते हैं।
ब्लाॅग इंटरनेट पर निःशुल्क रूप में लिखे जा सकते हैं। इसके द्वारा किसी भी विषय में किसी भी भाषा में अपने विचार व्यक्त किए जा सकते हैं। साहित्य, कथा, कविता आजकल ब्लाॅग पर बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। पाठकों की त्वरित टिप्पणियाँ भी इसमें मिलती हैं, जोकि ब्लाॅग को लोकप्रिय बनाती है। ब्लाॅग नए विचारों के प्रकाशन का सशक्त माध्यम है। उद्योग, वाणिज्य विषय एवं शिक्षा जगत से संबंधित ब्लाॅग भी इंटरनेट पर अपनी उपस्थिति बढ़ा रहे हैं। हिन्दी भाषा में भी ब्लाॅग आरंभ हो चुके हैं।
ब्लॉग क्या है?
ब्लॉग (blog) एक Personal वेबसाइट है जहाँ व्यक्ति अपनी Personal content को एक जर्नल या एक डायरी के रूप में संगठित कर post करता है। ब्लॉग (blog) लिखने वाले लोगों के लिए उनके कार्य, उनकी रूचि के बारे में वर्णन करना सामान्य है और जब कि ब्लॉग (blog) विशेष रूप से एक व्यक्तिगत कार्य है कुछ ऐसे ब्लॉग (blog) हैं जो कुल लोगों के योगदान को जोड़ते हैं। इन्हें समूह ब्लॉग (blog) कहा जाता है।पहले ब्लॉग (blog) हाथ से सृजित किए गए थे, ब्लॉग (blog) लिखने वाले उपकरणों के आगमन से ब्लॉगिग करना अत्यधिक लोकप्रिय हो गया है। यूजरलैण्ड और लाइव जर्नल आज अधिकांश ब्लॉग (blog) लिखने वाले या तो गूगल के ब्लॉगर blogger सेवा का उपयोग करते हैं।
ब्लॉग (blog) एक दूसरे से जुड़े हुए हैं जिसे “ब्लॉग (blog)स्फीयर” के रूप में जाना जाता है। जुड़ाव का सर्वाधिक सामान्य रूप है ब्लॉग (blog) से एक-दूसरे से जुड़ाव। ब्लॉग (blog) लेखक उन ब्लॉगों की सूची भी पोस्ट करते हैं जिसे वे बार-बार पढ़ते हैं, इस सूची को “ब्लॉग (blog) रोल” के रूप में जाना जाता है।
ब्लॉग का उपयोग
ब्लागिंग पैसा कमाने का एक बहुत अच्छा माध्यम है। दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जो ब्लाॅग लिखने में बहुत रूचि रखते हैं। ऐसे लोगों के लिए इंटरनेट बहुत अच्छा माध्यम है। वे न केवल अपनी इच्छानुसार ब्लाॅग लिख सकते हैं बल्कि इंटरनेट के माध्यम से अपने कार्य को प्रचार तथा प्रसार भी कर सकते हैं। इंटरनेट पर बहुत सारी वेबसाइटें उपलब्ध हैं जो आपको ब्लाॅग लिखने की अनुमति देती हैं। आपको अपनी इच्छानुसार खुद को पंजीकृत करना होता है और यदि आपके ब्लाॅग वास्तव में अच्छे हैं तथा बहुत से लोग आपके ब्लाॅग पर जाते हैं तो निश्चित ही आप बहुत पैसा कमा सकते हैं।
आज की परिस्थिति यह हैं कि नए युवा लेखक ब्लॉग बनाकर लिख रहे हैं । “हिन्दी में जो अभी कम लिख रहे हैं, वे हैं हिन्दी के कॉलेज, विश्वविद्यालयों में पढ़नेवाले शिक्षक, लेकिन जो शिक्षक नहीं है हैं, युवा हैं, जिन्हें लिखने का मन हैं, विभिन्न विषयों पर अच्छी तैयारी हैं, ऐसे नए लेखक हजारों कि तादाद में लिख रहे हैं। ऐसे लेखकों कि संख्या को चिट्ठाजगत पर ब्लॉगरों की बढ़ती हुई सूची देख कर सहज ही समझा जा सकता हैं । इनमें अच्छा कौन लिख रहा हैं, बुरा कौन लिख रहा हैं- पढ़ने वाला सहज ही अंदाजा लगा लेता हैं। ” " ब्लॉग पाठक को किसी बिचौलिए की आवश्यकता नहीं हैं । उसे किसी आलोचक की भी आवश्यकता नहीं हैं । जिससे पाठक को ज्ञात हो कि कौन लेखक है और कौन लेखक नहीं है।
हिन्दी के ब्लॉगरों का अधिकांश लेखकवर्ग उनमें से आता हैं जो किसी भी मीडिया परंपरागत में काम नहीं करते । दूसरी ओर वैसे भी ब्लॉगर हैं कि जो परंपरागत रूप से मीडिया में काम करते हैं; जैसे प्रेस, रेडियो, टी वी, अध्यापक, साहित्यकार आदि । इसी वजह से ब्लॉगर की पहचान बन रही हैं। जो लोग परंपरागत माध्यमों में काम करते हैं, उनमें से अधिकांश मुफ्त में ही ब्लॉग पर लिखते है ।
आज इंटरनेट के यूजरों का एक बड़ा भाग हैं जो ब्लॉग से खबर, सूचनाएँ आदि प्राप्त करता हैं।
2009 टक्नोरती ब्लॉग सर्वे प्रकाशित हुआ है । विश्व ब्लॉग जगत का यह सबसे बड़ा सर्वेक्षण माना जाता है । इस विश्व ब्लॉग सर्वेक्षण में पाया गया कि टेलीविज़न, ब्लॉग और सोशल मीडिया इन तीन माध्यमों का आज अधिक से अधिक उपयोग हो रहा है। सर्वे में शामिल ब्लॉगरों ने बताया कि वे सर्च और शेयरिंग के काम पर औसतन तीन घंटे प्रति सप्ताह और विडियो पर प्रति सप्ताह दो घंटा खर्च करते है । ब्लॉग लेखकों में मात्र 20 प्रतिशत अपने ब्लॉग अपडेट करते हैं । एक सर्वे से ये पता चला है कि अधिकतर जो ब्लॉगर है वह उच्चशिक्षा एवं स्नातक है।
इससे आगे देखते हैं तो ज्ञात होता है कि 75 प्रतिशत ब्लॉगर मेल है। 80 प्रतिशत युवा से प्रौढ़ है और सबके पास सीमित ज्ञान का भंडार है । अधिक ब्लॉगर अपने संतोष के लिए या रोजगार प्राप्त करने के लिए लिखते है ।
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