Message संदेश किसे कहते हैं ?

किसी के द्वारा भिजवाई गई या कहलाई गई बात को Message संदेश कहा जाता है। संस्कृत में इसकी व्युत्पत्ति ‘सम् + दिश् + ध्’ स्वीकार की गई है। इस शब्द का अर्थ सूचना देना, समाचार, खबर प्रेषित करना और किन्हीं संदर्भों में आज्ञा और आदेश भी स्वीकार किया गया है। अंग्रेजी में संदेश शब्द संज्ञा और पुल्लिंग है।

विभिन्न त्योहारों, पर्वों, विशेष दिवस या अवसरों पर ‘कार्ड’ के माध्यम से लिखकर या छपे हुए संदेश भेजे जाते थे। टेलीफोन करके भी बधाई संदेश या शुभकामना संदेश दिए जाते थे परंतु व्हाट्सएप के आने के पश्चात पूरा परिदृश्य ही बदल चुका है कार्ड अप्रासंगिक हो चुके हैं, फोन पर केवल निकटस्थों को ही संदेश दिए जाते हैं। E-mail, Facebook, Twiter आदि के माध्यम से अलग-अलग प्रारूपों में संदेश भेजे जाते हैं, मुख्य आधार तो व्हाट्सएप ही है। 
  1. विभिन्न पर्व-त्योहारों, उत्सवों पर भेजे जाने वाले बधाई संदेश जैसे- दिवाली, ईद आदि।
  2. विभिन्न दिवसों, जैसे- महिला दिवस, मातृ-पितृ दिवस, योग दिवस पर भेजे जाने वाले शुभकामना संदेश।
  3. सामाजिक संदेश, जैसे- पास-फेल उपलब्धि पर भेजे जाने वाले संदेश। खोया-पाया संदेश।
  4. व्यक्तिगत संदेश, जैसे- अनुपस्थिति की सूचना, देर से आना, जल्दी पहुँचना, माँ-बाप, भाई-बहन, रिश्तेदारों को भेजे जाने वाले बधाई और शुभकामनाओं से अतिरिक्त संदेश।
  5. मिश्रित संदेश- देशभक्ति, युद्ध के अवसर, कोरोना जैसी महामारी, भूकंप, तूफान एवं अन्य आपदाओं से संबंधित संदेश।

संदेश का प्रारूप

  1. संदेश 30-40 शब्दों में हो सकता है। अधिक शब्द होने पर भी अंक न काटे जाएँ।
  2. तिथि व समय का उल्लेख।
  3. संबोधन अर्थात किसके लिए है।
  4. लिखनेवाले का नाम आवश्यक, बोर्ड में अथवा परीक्षा में क ख ग लिखना चाहिए।
  5. एक ही अनुच्छेद हो। स्टीक हो।
  6. अनौपचारिक व औपचारिकता-विषय पर निर्भर करता है।
  7. भाषाई दक्षता के स्थान पर सरल, सुगम, बोध्गम्य शब्दावली को वरियता दी जानी चाहिए।
  8. सृजनात्मकता का महत्व है परंतु विषयगत तथ्यों पर अधिक बल हो।
  9. संक्षिप्त होना चाहिए।
  10. इधर-उधर की बातों, मुहावरों, महानुभावों की सूक्तियों-उक्तियों का प्रायः प्रयोग नहीं किया जाता।

Bandey

मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता (MSW Passout 2014 MGCGVV University) चित्रकूट, भारत से ब्लॉगर हूं।

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