बहुत से लोग धूम्रपान/तम्बाकू सेवन सेवन जीवन की शुरूआत में ही प्रारम्भ कर
देते हैं। किशोरावस्था में उम्र से बड़ा दिखने की चाहत अथवा प्रयोग के तौर पर साथियों के बीच
तम्बाकू अथवा शराब प्रयोग करने की आदत या तनाव पूर्ण स्थिति में, या अपने साथियों के बीच
सामाजिक महत्व की इच्छा, तम्बाकू का सेवन शुरू करने से जुड़े हुए कुछ कारण हैं।
वयस्क अपने दैनिक जीवन के तनाव से मुक्ति अथवा खुशी के पलों में धूम्रपान का प्रयोग
करते हैं।
तम्बाकू सेवन के दुष्परिणाम
तम्बाकू सेवन खतरनाक है। इसके स्वास्थ्य सम्बन्धी दुष्परिणाम हो
सकते हैं। ये प्रभाव केवल तम्बाकू के नियमित इस्तेमाल से ही नहीं, बल्कि कभी-कभी इस्तेमाल
करने से अथवा निष्क्रिय धूम्रपान से भी हो सकते हैं।
- दमा
- आंख की समस्या जैसे कि मोतियाबिन्द
- मसूड़े की बीमारी मुख, गला, ग्रास (खाने की) नली,
- फेफड़े एवं पेट का कैंसर सांस लेने में तकलीफ
- क्षयरोग की संभावना का बढ़ना
- सांस में बदबू
- हृदयाघात दिल और रक्त वाहिका सम्बन्धी रोग
- उच्च रक्तचाप,
- गुर्दे की बीमारी,
- मधुमेह
- गर्भावस्था के दौरान तम्बाकू का सेवन करने से कम वज़न के शिशु का जन्म होता है
- सांस लेने में परेशानी
- नपुंसकता एवं पुरुषों में प्रजनन शक्ति में कमी
तम्बाकू छोड़ने से क्या लाभ हैं?
यदि कोई व्यक्ति किसी प्रकार से तम्बाकू सेवन कर रहा हो तो उसे तम्बाकू छोड़ने से कई फायदे
हो सकते हैं। इनमें हृदयाघात के खतरे में कमी, कैंसर से बचाव एवं अन्य स्वास्थ्य सुधार शामिल
हैं। शुरू में तम्बाकू छोड़ने से कई प्रकार की परेशानी महसूस हो सकती है जिसके लिए व्यक्ति के
परिवार का सहयोग आवश्यक है।
तम्बाकू छोड़ने पर होने वाले प्रभाव
यदि कोई व्यक्ति तम्बाकू छोड़ता है तो उसमें कुछ प्रभाव दिखाई दे सकते हैं, जिससे उसे फिर से
तम्बाकू सेवन की तीव्र इच्छा होती है। ये लक्षण हैंः
- सिरदर्द
- चिन्ता,
- बेचैनी मतली/उल्टी
- उदास मन
- कब्ज़ या दस्त
- भूख की वृद्धि
- थकान,
- नींद न आना,
- अर्धनिद्रा
- मीठा खाने की तीव्र इच्छा
- चिड़चिड़ापन
दूसरे के धूम्रपान करने पर उसके धुएं से होने वाले नुकसान क्या है?
धूम्रपान न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को हानि पहुंचाता है बल्कि ऐसे लोग जो आस-पास या उसी कमरे में हों जहां धूम्रपान हो रहा है, उन्हें भी नुकसान पहुंचाता है। ऐसे व्यक्तियों को जिन्हें दूसरे के धूम्रपान से नुकसान होता है उन्हें निष्क्रिय धूम्रपान करने वाला कहते हैं। महिलायें एवं बच्चे निष्क्रिय धूम्रपान से विशेषतः प्रभावित होते हैं। इससे सांस लेने में तकलीफ़, अस्थमा, खांसी, दिल का दौरा, फेफड़े का कैंसर, गला, नाक आंख में जलन, कान में संक्रमण आदि हो सकता है। लम्बे समय तक निष्क्रिय धूम्रपान होने से दिमाग पर भी प्रभाव पड़ता है।
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तम्बाकू सेवन
Tamakhu khanese kitane time ke bat censer hits hai
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