हम अपने घर में बिजली की बचत कैसे कर सकते हैं?

घर में बिजली की बचत कैसे करें ? 

जिन जगहों पर बिजली की हानि हो रहा हो, वहां ये सावधानियां बरते -

  1. रिमोट से विद्युत उपकरण बन्द किये गए TV, AC, कम्प्यूटर आदि में लगभग 22 वाॅट की बिजली की खपत होती है। अतः इन उपकरणों को विद्युत स्विच से बन्द करके बिजली की बचत करें।
  2. स्टेण्ड बाई पाॅवर को बचाने के लिए माइक्रोवेवन, वाशिंग मशीन, कम्प्युटर तथा इंडीकेटर स्विचों को विद्युत आपूर्ति से बन्द करें। टाइमर वाला माइक्रोवेव अवन Standby mode में अपने इस्तेमाल में आने के दौरान की मात्रा से कहीं अधिक बिजली का उपयोग करते हैं।
  3. पढ़ते समय जहां तक हो सके टेबल लैम्प अथवा टास्क लाईट का प्रयोग करें, जिससे जरूरत वाले स्थान पर समुचित बिजली मिलती रहे।
  4. इमरजेन्सी लाईट, लेपटाॅप, डिजीटल कैमरा, सेलफोन के बैटरी चार्जर जब उपयोग में होते है, तब बिजली खर्च करते है। यदि आवश्यकता नहीं हो तो चार्जर को प्लग से बाहर निकाल दे और बिजली के अपव्यय को रोकें।
  5. गीजर से निकलने वाले गरम पानी के नल तथा बाल्टी के मध्य रबड़ का लचीला हायर स्टार रेटिंग के विद्युत उपकरणों का उपयोग करना चाहिए। पाइप लगा देने से ऊष्मा का क्षय कम होगा।

कूलर तथा पंखे

  1. रेजीस्टेन्स काॅयल वाले Electronic regulator जो साधारणतया घरों में लगे होते हैं, धीमी स्पीड से काम लेने पर उतनी ही बिजली व्यय होती है जितनी की तेज गति में। अतः पंखों तथा कूलर आदि को तेज अथवा धीरे करने हेतु इलेक्ट्रानिक रेग्यूलेटर लगाकर बिजली की बचत कर सकते हैं।
  2. जब आवश्यकता न हो तो पंखों तथा कूलरों के स्विच आफ रखें।
  3. सीजन शुरू होने से पहले कूलर तथा पंखों की ओवर हाॅलिंग करवा लेना चाहिए इससे इनकी क्षमता बढ़ जाती है।
  4. कूलरों में पम्प को आन/आफ करने हेतु स्वचालित टाइमर स्विच का प्रयोग करना चाहिए, इससे विद्युत बिजली के साथ-साथ पानी की भी बचत होती है।

वाशिंग मशीन

  1. वाशिंग मशीन में कपड़े धोने से आधा घंटे पूर्व उन्हें सर्फ में भीगोकर रखने से सर्फ का पूरा उपयोग एवं बिजली की बचत की जा सकती है। लोडर लगी वाशिंग मशीन में अन्य की अपेक्षा 25 प्रतिशत बिजली कम व्यय होती है।
  2. वाशिंग मशीन को फुल लोड पर चलाना चाहिए।
  3. रीन्ज साइकल में हमेशा ठंडे पानी का उपयोग करना चाहिए।
  4. मशीन में जरूरत के अनुसार ही पानी भरना चाहिए।
  5. कपड़े धोते समय टाइमर का प्रयोग करना चाहिए।
  6. मशीन में कपड़े सुखाने की अपेक्षा बाहर कपड़े सुखाने चाहिए।

एयर कण्डीशनर

  1. गरमी के मौसम की शुरुआत में पहले पंखा ही चलाना चाहिए, क्योंकि पंखा एक घंटे में 40 पैसे की बिजली खर्च करता है, जबकि एअर कण्डीशनर एक घंटे में 10 रुपए खर्च करता है।
  2. कमरे के आकार के हिसाब से उचित क्षमता का एअर कण्डीशनर लगाना चाहिए।
  3. AC रूम में फाॅल्स सीलिंग लगी होनी चाहिए तथा यह एअर सील्ड होना चाहिए।
  4. ऊष्मा शोषक पदार्थों से बने सामानों को AC रूम में नहीं रखना चाहिए।
  5. कमरा छोड़ने के आधा घंटा पहले AC आफ कर देना चाहिए।
  6. AC के एअर फिल्टर तथा कण्डेंसर क्वाइल को समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए।
  7. AC के थर्मोस्टिेट को 25 डिग्री सेंटीग्रेड पर सेट करना चाहिए। इससे कम खर्च में आरामदायक ठंडक मिलती है।
  8. पेड़ों से ढकी दीवारें तथा खिड़कियां 40 प्रतिशत तक बिजली की खपत में कमी करती है।

वाटर हीटर (गीजर)

  1. गरम पानी के पाइप पर थर्मल इन्सुलेशन को लपेटना चाहिए ताकि ऊष्मा की हानि न हो।
  2. सही ग्रेड के प्लास्टिक पाइप का प्रयोग करना चाहिए।
  3. गीजर की थर्मोस्टेट की सेटिंग निम्न स्तर पर अर्थात् 60 डिग्री सै॰ के स्थान पर 50 डिग्री सै॰ पर करना चाहिए। इससे 20 प्रतिशत तक विद्युत बिजली की बचत होती है।

माइक्रोवोवन

  1. माइक्रोवोवन में भोजन साधरण वोवन की अपेक्षा आध्े समय में बनता है। इससे 50 प्रतिशत बिजली तथा समय की बचत होती है।
  2. इस अवन में खाना बनाते समय पदार्थों की अधिक मात्रा किनारे की तरफ रखनी चाहिए क्योंकि इसमें खाना किनारे से बीच की तरफ पकता है।
  3. इस अवन को फुललोड पर चलाना चाहिए, खाली नहीं चलाना चाहिए।

कम्प्यूटर

  1. जब कम्प्यूटर की आवश्यकता न हो तो उसे आफ कर देना चाहिए।
  2. जब कम्प्यूटर को आन रखना आवश्यक हो तो उसके माॅनिटर को आफ कर देना चाहिए। इससे 50 प्रतिशत विद्युत बिजली की बचत होती है।
  3. कम्प्यूटर की सैटग इस प्रकार करना चाहिए कि आवश्यकता न होने पर वह स्लीप मोड में आ जाए। इससे भी 40 प्रतिशत विद्युत बिजली की बचत होती है।

रेफ्रीजरेटर

  1. रेफ्रीजरेटर या फ्रिज में गरम सामान नहीं रखना चाहिए।
  2. फ्रिज की कण्डेंसर क्वाइल के दीवार से दूर रखना चाहिए, जिससे उसको ठंडा होने के लिए पर्याप्त हवा मिल सकें।
  3. रेफ्रीजरेटर के दरवाजे को बार-बार नहीं खोलना चाहिए तथा इसके दरवाजे की गास्केट साफ तथा टाइट होनी चाहिए।
  4. फ्रिज के पीछे की दीवार छिदसुक्त सामग्री (पोरस ईंट/जाली) से बनानी चाहिए।
  5. रेफ्रीजरेटर को समय-समय पर डिफ्रास्ट करना चाहिए। इस कार्य हेतु आधे घंटे के लिए विद्युत आपूर्ति बंद भी की जा सकती है। 

रसोई में बिजली की बचत

  1. गरम करने के प्रयोग में आने वाले बर्तन ऊष्मा के सुचालक होने चाहिए। आजकल स्टील के बर्तनों के पैंदे पर भी तांबे का तला लगा मिल जाता है, जो ऊष्मा का अधिक सुचालक होता है। इससे गैस की कम खपत होगी।
  2. दालों तथा सब्जियों को उबालने से पूर्व आधा घंटा भिगो देना चाहिए जिससे उबालने में कम बिजली व्यय होगी। इस कार्य में कुकर या बंद बर्तन का प्रयोग करना चाहिए।
  3. किसी द्रव को उबालने के लिए ढक्कन लगे बर्तन में आध गरम होने तक तेज गति से ऊष्मा देनी चाहिए तथा बाद में धीरे-धीरे गरम करने से ईंधन की बचत होती है।
  4. सोलर चूल्हों, सोलर गीजर, सोलर लाइट का उपयोग सस्ता पड़ता है। इसी प्रकार लकड़ी व कोयले के स्थान पर गैस ईंधन का प्रयोग करना चाहिए।
  5. सामान्य बल्ब (इन्फैण्डैसेन्ट) तथा CFL की तुलना में लेड बल्ब (LED) बिजली की बचत करने में सहायक होता है।

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