गुटखा तंबाकू खाने के नुकसान
गुटखा खाने से कौन कौन से नुकसान होते हैं?
- दाँतों और मसूड़ों को नुकसान
- मुख का कम खुलना
- जोड़ों का दर्द
- पौष्टिक आहार की कमी
- हल्का दर्द
- सिरदर्द
2. मुख का कम खुलना - गुटखा से
मुख पर्याप्त रूप से नहीं खुलता। इस स्थिति
को ओरल सब म्यूकस फाइब्रोसिस कहते
हैं। कुछ लोग गुटखा मुँह में लेकर सो जाते
हैं जिसके फलस्वरूप मरीज को बोलने और
निगलने में मुश्किल होती है। गालों में जलन
की समस्या भी आती है।
3. जोड़ों का दर्द - कान के सामने एक जोड़
होता है जो निचले जबड़े को सर से जोड़ता
है। लगातार चबाने की वजह से इन जोड़ों
को आराम नहीं मिलता एवं इनमें दर्द होने लगता है।
4. पौष्टिक आहार की कमी - मुँह में गुटखा के
साथ भोजन ठीक से खाना नहीं हो पाता
और गुटखा के उपयोगकर्ता खाद्य पदार्थो
की उपेक्षा करते हैं जिससे पौष्टिक आहार
की कमियाँ उत्पन्न होती हैं।
5. हल्का दर्द - मांसपेशियों में बढ़त की वजह
से नीचे वाले जबड़े में असुविधा होती है।
टेम्पोरेलीस नामक मांसपेशी में बढ़त की
मांसपेशियों में खिचाव- मुख की
मांसपेशियां जो चबाने में सहायक होती हैं,
गुटखा उपयोगकर्ता में इन मांसपेशियों में
अतिवृद्धि होती है जिसकी कभी-कभी मुख
के सर्जन द्वारा सर्जरी भी करनी पड़ती है।
6. सिरदर्द - गुटखे के अस्थायी
आनंद का उपयोगकर्ता आदी हो जाते हैं। जिसके वजह से नीचे वाले जबड़े में असुविधा
होती है। टेम्पोरेलीस नामक मांसपेशी में
बढ़त की वजन से सिरदर्द की शिकायत भी
हो सकती है।