1971 की जनगणना के अनुसार भारत में 1652 प्रकार कि भाषाओं का उपयोग होता था। अधिकांश भाषाएं उत्तर भारत में बोली जाती थी। भाषाओं की यह बहुलता
भारत में पहले से जाति और वंश के आधार पर विभाजित जनसंख्या में नई सामाजिक
दरार पैदा करती है और देश के अन्दर संचार के कार्य को मुश्किल बनाती है।
भारत में बोली जाने वाली भाषाएं
भारतीय भाषाओं को चार अलग-अलग भागों में बांटा जा सकता है जैसे- (1) इंडो-
आर्यन, (2) द्रविडि़यन, (3) ऑस्ट्रिक और (4) सिनो-तिब्बती। हिंदी, उर्दू, पंजाबी,
असमिया, बंगाली, ओडिया, गुजराती, मराठी और कश्मीरी भाषाए इंडो-आर्यन समूह से
संबंधित है। द्रविड़ भाषाई समूह में तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम जैसी चार दक्षिणी
भाषाएं शामिल हैं। मध्य भारत की जनजातियां ऑस्ट्रिक भाषाएं बोलती हैं और उत्तर
पूर्वी भारत की जनजातिया चीनी-तिब्बती भाषाएं बोलती हैं।
1947 में स्वतंत्रता के समय
भारत में कई रियासतें थीं। भारत का संविधान 20 नवंबर, 1949 को अपनाया गया और
26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ जिसमें विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को
मिलाकर भारत संघ को परिभाषित किया गया। 1950 में भाषाई आधार पर राज्यों े को
मान्यता दी गई। इसके चलते एक विशेष राज्य में एक विशेष भाषा को मान्यता मिली।
हालांकि भारत के संविधान ने 22 प्रमुख भाषाओं को मान्यता दी है। मोटे तौर पर ये
भाषाएं इंडो-आर्यन, द्रविडि़यन और यूरोपीय जैसी भाषाओं के परिवारों की है। हिंदी,
बंगाली, मराठी, गुजराती, ओडिया, पंजाबी, बिहारी, राजस्थानी, असमिया, संस्कृत, सिंधी
और कश्मीरी इंडो-आर्यन परिवार में शामिल है। द्रविड़ भाषा में तमिल, तेलुगु, मलयालम
और कन्नड़ शामिल हैं। अंग्रेजी, पुर्तगाली और फ्रेंच यूरोपीय भाषा परिवार में शामिल
हैं। पुर्तगाली और फ्रेंच क्रमशः गोवा और पांडिचेरी में लोगों द्वारा बोली जाती हैं। भारत
में हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया गया है, अंग्रेजी एक सहयोगी
भाषा बनी हुई है।
1991 की जनगणना के आंकड़ों से पता चलता है कि हिंदी 247.85
मिलियन लोगों द्वारा बोली जाती है, जिसके बाद तेलुगु 72.8 मिलियन, बंगाली 71.78
मिलियन, मराठी 67.26 मिलियन लोगों द्वारा बोली जाती है। उर्दू 46.11 मिलियन और
गुजराती 41.37 मिलियन लोगों द्वारा बोली जाती हैं। 35.32 मिलियन लोग मलयालम,
34.78 मिलियन लोग कन्नड़, 31.79 मिलियन लोग ओडिया, 23.11 मिलियन लोग
भोजपुरी, 22.41 मिलियन लोग पंजाबी बोलते है और बाकी भाषाएं एक मिलियन से बीस
मिलियन के भीतर लोगों द्वारा बोली जाती हैं।