यूनेस्को के गठन का उद्देश्य
UNESCO के गठन का उद्देश्य शिक्षा एवं संस्कृति के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के शांति एवं सुरक्षा की
स्थापना करना है। यह संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में वर्णित न्याय, कानून का राज, मानवाधिकार एवं मौलिक स्वतंत्रता
हेतु वैश्विक सहमति के निमित है।
यूनेस्को के सदस्य देश
इसके अंतर्गत 195 सदस्य देश है। इसके अलावा सात सहयोगी सदस्य देश
और दो पर्यवेक्षक सदस्य देश हैं। इसके ज्यादातर क्षेत्रीय कार्यालय क्लस्टर के रुप में हैं, जिसके अंतर्गत
तीन-चार देश आते हैं, इसके अलावा इसके राष्ट्रीय और क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं। यूनेस्को के 27 कलस्टर
कार्यालय और 21 राष्ट्रीय कार्यालय हैं। यह संगठन मुख्यतः शिक्षा, प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक एवं मानव
विज्ञान, सांस्कृतिक एवं सूचना एवं संचार के जरिये अपनी गतिविधियां संचालित करता है। यह विश्व में साक्षरता
बढ़ाने वाले कार्यक्रमों को भी प्रायोजित करता है और वैश्विक धरोहर की इमारतों और पार्कों के संरक्षण में भी
सहयोग करता है।
भारत की भी कई ऐतिहासिक इमारत एवं पार्क यूनेस्को की विरासत सूची में सूचीबद्ध है।
दुनिया भर के 332 अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठनों के साथ यूनेस्कों के संबंध है। भारत 1946 से ही यूनेस्का का
सदस्य है।