ध्वनि प्रदूषण के कारण और इसके प्रभाव

ध्वनि प्रदूषण मुख्य रूप से तेज़ म्यूजिक, मशीनों, परिवहन प्रणालियों, वाहनों, ट्रेन और वायुयानों और अनुचित शहरी नियोजन और संरचनाओं के डिजाइन के कारण होता है। यहां तक कि घर में बिजली के उपकरणों से भी भीषण आवाज होती है। समय रहते इस पर अंकुश लगाने के लिए ध्वनि प्रदूषण को समझना आवश्यक है।

ध्वनि प्रदूषण के कारण

  1. सटे हुए घर छोटे स्थान साझा करते हुए बड़े परिवार, पार्किंग स्थान के लिए लड़ाई और बुनियादी सुविधाओं के लिए होने वाले झगड़े से ध्वनि प्रदूषण होता है जो पर्यावरण और समाज दोनों को अस्त-व्यस्त करना कर देता है।
  2. अधिकांश सामाजिक आयोजनों में शोर बहुत अधिक होता है, चाहे वह पार्टी, विवाह, पब, डिस्को हो या पूजा स्थल। बाजारों में, आप लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए तेज़ आवाज़ में कपड़े बेचते हुए लोगों को देख सकते हैं। लोग फुल वॉल्यूम में गाने बजाते हैं और देर रात तक डांस करते हैं जिससे आसपास रहने वाले लोगों की हालत खराब हो जाती है।
  3. उद्योग बड़ी मशीनों का उपयोग करते हैं जो बड़ी मात्रा में शोर उत्पन्न करते हैं। जनरेटर, कंप्रेशर्स, पिसाई मिल्स और एग्जॉस्ट फैन जैसे विभिन्न उपकरण भी अत्यधिक शोर पैदा करने में योगदान करते हैं।
  4. मोबाइलए टीवी, प्रेशर कुकर, मिक्सर ग्राइंडर, वॉशिंग मशीन, वैक्यूम क्लीनर, कूलर, एयर कंडीशनर जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कमरों के अंदर और बाहर ध्वनि प्रदूषण में योगदान करते हैं।
  5. सड़कों पर वाहनों की भारी संख्याएं आवासीय क्षेत्रों में उड़ान भरने वाले हवाई जहाज, भूमिगत ट्रेनें आदि अत्यधिक शोर पैदा करती हैं। यह एक ऐसी स्थिति की ओर ले जाता है जहां एक सामान्य व्यक्ति ठीक से सुनने की क्षमता खो देता है अतः ध्वनि प्रदूषण में योगदान करता है ।

ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव

  1. कार्यालय, निर्माण स्थल, बार और यहां तक कि हमारे घरों में भी बहुत ध्वनि प्रदूषण हमारे मनोवैज्ञानिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि आक्रामक व्यवहार, नींद में व्यवधान, निरंतर तनाव, थकान और उच्च रक्तचाप आदि ध्वनि के उच्च स्तर से सम्बंधित हैं। ये आगे चलकर बुजुर्गों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन जाते हैं। 
  2. अत्यधिक शोर नींद ख़राब देता है और इससे इंसानों के साथ-साथ जानवरों और पक्षियों को भी चिड़चिड़ाहट होती है। रातभर अच्छी नींद में कमी, थकान जैसी समस्याओं का कारण बनती है और कार्यालयों और घर में भी काम को प्रभावित कर सकती है।
  3. अत्यधिक शोर में दो लोग ठीक से बातचीत नहीं कर पाते हैं। लगातार शोर आपको गंभीर सिरदर्द दे सकता है और आपके भावनात्मक संतुलन को बिगाड़ सकता है।

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