ईसाई धर्म का उल्लेख बाईबिल में मिलता है । ईसाई धर्म अपने अनुयायिओं को दस आदेश का पालन करने का निर्देश देता है । ईसाई धर्म भाईचारा, दया, करूणा और सहिष्णुता
का पाठ पढ़ाता है । ईसाई धर्म का मानना है कि ईश्वर समय-समय पर जन-कल्याणार्थ पृथ्वी पर अवतारित
होते हैं । यह धर्म भी इस्लाम की तरह एकेश्वरवाद पर विश्वास करता है । पाँच अनुष्ठानों द्वारा इसके नियमों
को बतलाया गया है ।
ईसाई धर्म की मुख्य विशेषताएँ
ईसाई धर्म की मुख्य विशेषताएँ हैं:-
- ईसाई धर्म एकेश्वरवाद में विश्वास करता है ।
- ईसाई धर्म ईसा मसीह में विश्वास करने पर जोर देता है ।
- ईसाई धर्म आत्मा की पवित्रता में विश्वास करता है । यह धर्म चर्च में विश्वास करता है, चर्च के माध्यम से ही ईश्वर तक पहुँचा जा सकता है । ईसाई धर्म पाँच धार्मिक अनुष्ठानों - बपतिस्मा, पुष्किरण, आत्म-निवेदन, पवित्रा संचार एवं विवाह में विश्वास करता है ।
- ईसाई धर्म मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं करता है ।
- यह समानता तथा भातृत्व की भावना में विश्वास करता है ।
ईसाई धर्म की दो प्रमुख शाखाएँ
ईसाई धर्म की दो प्रमुख शाखाएँ हैं - कैथोलिक एवं प्रोटेस्टेण्ट । इन दोनों शाखाओं की अपनी विशेषता हैं । जैसे - कैथोलिक धर्म परम्परावादी अर्थात् नियम पालन शुरू की गई है उसे मानना और प्रोटेस्टेण्ट समय के साथ उसमें सुधरात्मक मान्यताओं को प्रमुखता दी है ।
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