ऑनलाइन शॉपिंग के लाभ || ऑनलाइन शॉपिंग में रखी जाने वाली सावधानियाँ

ऑनलाइन शॉपिंग का आशय इंटरनेट पर वस्तुओं तथा सेवाओं का लाभ लेने से है, ऑनलाइन शॉपिंग के द्वारा कोई भी व्यक्ति घर बैठे-बैठे किसी भी वस्तु को खरीद सकता है। 

कई प्रकार की वस्तुओं को घर बैठे-बैठे ऑनलाइन शॉपिंग के द्वारा खरीद सकते हैं जैसे हाउसहोल्ड मटेरियल, फूड - आइटम्स, कपड़े, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएँ इत्यादि । यदि किसी व्यक्ति को ऑनलाइन शॉपिंग करनी है, तो यह जरूरी है कि उस व्यक्ति को कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टेबलेट की जानकारी होना अति आवश्यक है, तथा साथ ही इंटरनेट का प्रयोग करना आना चाहिए तभी वह व्यक्ति ऑनलाइन शॉपिंग के द्वारा विभिन्न कंपनियों के प्रोडक्ट को खरीदने योग्य होगा ।

ऑनलाइन शॉपिंग की शुरुआत

ऑनलाइन शॉपिंग की शुरुआत सर्वप्रथम 1979 में माइकल आल्डरिच ने की थी तथा टेलीविज़न पर वस्तुएँ देखकर ग्राहक वस्तुओं का ऑर्डर टेलीफोन के माध्यम से दे सकते थे। मार्च सन् 1980 में माइकल आल्डरिच ने Redifon's Office Revolution की शुरुआत की थी जिसके माध्यम से कंजूमर (Consumer), कस्टमर (Customer), एजेंट, डिस्ट्रीब्यूटर, सप्लायर्स तथा सर्विस कंपनियाँ आपस में जुड़ सकती थीं । 

ऑनलाइन शॉपिंग के लाभ

ऑनलाइन शॉपिंग के लाभ हैं (Benefits of Online Shopping)—

1. ऑनलाइन शॉपिंग से एक ओर तो समय की बचत होती है, वहीं दूसरी ओर ट्रैफिक समस्याओं व भीड़-भाड़ से भी छुटकारा मिल जाता है।

2. ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर द्वारा वस्तु सीधे खरीददार के घर पर पहुँचाई जाती है, जिसका मूल्य खुदरा बाजार की तुलना में कम होता है ।

3. ऑफलाइन शॉपिंग में दुकानों में जगह सीमित होती है, जिससे वहाँ सामान तो मिल जाते हैं, पर उनकी भिन्न–भिन्न किस्में नहीं मिल पाती, किंतु ऑनलाइन वेबसाइट के द्वारा घर बैठे-बैठे प्रोडक्ट की कई किस्मों को देखा जा सकता है और फिर अपनी पसंद की वस्तुओं को ऑनलाइन ऑर्डर कर खरीदा जा सकता है।

4. ऑनलाइन शॉपिंग करने के दौरान ऑर्डर देकर मँगाई गई वस्तुओं के पसंद नहीं आने पर ई-कॉमर्स कंपनियाँ खरीददारों को खरीदी गई वस्तु की जगह दूसरी वस्तुएँ खरीदने के अतिरिक्त पैसे वापस लेने की सुविधा भी प्रदान करती है ।साथ ही इस प्रकार की खरीददारी में कंपनी द्वारा वस्तुओं को अच्छी तरह से परखने की छूट भी दी जाती है। खुदरा बाजार में प्राय: खरीददारों को ऐसी सुविधा नहीं दी जाती ।

5. ऑनलाइन शॉपिंग में बहुत सी कंपनियाँ जुड़ी होती हैं तथा एक ही वस्तु की कीमत भिन्न-भिन्न वेबसाइट्स द्वारा अलग-अलग होती है। ग्राहकों द्वारा एक ही समय में एक ही वस्तु की कीमतों की तुलना भिन्न-भिन्न वेबसाइट्स पर कि जा सकती है।

ऑनलाइन शॉपिंग के लिए सबसे बड़ी वेबसाइट में शामिल हैं Amazon, Ebay और Alibaba.com | वही भारत में सबसे बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइट में शामिल है— Flipkart, Snapdeal, Myntra । यह कंपनियाँ बहुत लोकप्रिय है, क्योंकि यहाँ लगभग आवश्यकता की सभी वस्तुएँ आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।

ऑनलाइन शॉपिंग कैसे करें 

इस प्रक्रिया के अंतर्गत उपभोक्ता को निम्नलिखित चरणों में ऑनलाइन शॉपिंग को पूर्ण करना होता है -

1. सबसे पहले कोई भी वेबसाइट के होमपेज पर जाना होता है, जहाँ उपभोक्ता को कोई भी प्रोडक्ट खरीदने के लिए जानकारी प्राप्त होती है।

2. वेबसाइट्स पर उपभोक्ता को अपना अकाउंट खोलना पड़ता है, जिसके अंतर्गत वह अपनी समस्त जानकारी देता है तथा यह कंपनी द्वारा गोपनीय रखी जाती है। उपभोक्ता को अपना यूजर नाम व पासवर्ड रखना होता है ताकि वह भविष्य में उसी वेबसाइट्स पर साइनअप कर सकता है।

3. उपभोक्ता को जो प्रोडक्ट खरीदना होता हैं वह वर्गीकरण के आधार पर खोजता है । यदि उपभेक्ताओं को किसी भी प्रोडक्ट का मॉडल नंबर मालूम होता है तो उन्हें और भी आसानी होती है। -

4. सर्च के माध्यम से उपभोक्ता अपने प्रोडक्ट पेज पर पहुँचता है जहाँ - उस विशेष प्रोडक्ट का मूल्य, डिलीवरी समय, पूरा विवरण, फोटो, कलर, साइज आदि की जानकारी प्राप्त होती है । यहाँ तक कि उपभोक्ता " ग्राहक रिव्यु " के माध्यम से भी उस प्रोडक्ट के बारे में काफी गहराई तक जानकारी ले सकता है। यदि उपभोक्ता को प्रोडक्ट पसंद आता है तो वह “buy now” पर क्लिक करके आगे की प्रक्रिया को पूर्ण कर सकता है। और यदि एक से ज्यादा प्रॉडक्ट खरीदना हो तो “add to card" पर क्लिक करके इकट्ठा करने होते हैं फिर बाद में एक साथ “चेकआउट“ और पेमेंट कर सकते हैं। (जैसे Net Banking, Cash on Delivery, Debit Card, Credit Card, Visa Card इत्यादि । )

5. उपभोक्ता को पेमेंट करने के बाद अपना पूरा पता, मोबाइल नंबर देना होता है ताकि डिलीवरी सही जगह पर पहुँच जाये ।

6. पता भरने के बाद उपभोक्ता को अपने ऑर्डर के बारे में पूरा विवरण दिखाया जाता है, जिसके अंतर्गत डिलीवरी का अनुमानित समय, कुल राशि, यदि कूपन कोड हो तो उस पर ऑफर प्राप्त करना इत्यादि ।

7. इसके अंतर्गत भुगतान हेतु विभिन्न विकल्प दिए होते हैं, जो उपभोक्ता को आसान लगता है वह उसी भुगतान विकल्प पर पहुँचता है।

8. उपरोक्त सभी चरणों के बाद "Confirm order" पर क्लिक करके उपभोक्ता अपना ऑर्डर निश्चित करता है। इस ऑर्डर का कंफर्मेशन उपभोक्ता के मोबाइल नंबर या ई-मेल पर आ जाता है। 

ऑनलाइन शॉपिंग में रखी जाने वाली सावधानियाँ

ऑनलाइन शॉपिंग में खरीददारों को नकली उत्पाद प्राप्त होने की संभावना अधिक रहती है । उपभोक्ताओं को असली और नकली में अंतर करने के लिए ब्रांड की अधिकारिक जानकारी वेबसाइट के माध्यम से प्राप्त करनी चाहिए। जैसे-यदि उपभोक्ता मोबाइल फोन खरीदते है तो बॉक्स के ऊपर छपे आईएमईआई नंबर को देखना चाहिए ताकि नकल नकली उत्पाद को खरीदने से बचा जाए। खरीदारी करते समय विक्रेता की रेटिंग और उत्पाद की समीक्षा की जानी चाहिए। उत्पाद की विश्वसनीयता के लिए रेटिंग और समीक्षा दोनों ही उपयोगी कारक है। ऑनलाइन भुगतान करते समय उपभोक्ताओं को सतर्क रहना चाहिए तथा किसी भी प्रकार की जानकारी को गुप्त रखना चाहिए।

ऑनलाइन शॉपिंग किसी भी विश्वसनीय वेबसाइट से करनी चाहिए। इसके लिए वेबसाइट यूआरएल देखें यदि यूआरएल में https है तो वह वेबसाइट सुरक्षित है क्योंकि s का आशय सिक्योरिटी से होता है ऑनलाइन शॉपिंग करते समय दिए गए सभी शर्तों को पढ़ना चाहिए ताकि किसी भी उत्पाद की वापसी से संबंधित जानकारी भी एकत्रित करनी चाहिए। ऑनलाइन खरीदारी करते समय डिजिटल पेमेंट के बजाय कैश ऑन डिलीवरी के विकल्प का चयन करना चाहिए इससे खाते की जानकारी हैक होने का खतरा नहीं रहता है। ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त अनजान लोगों को कार्ड या खाते से संबंधित जानकारियाँ नहीं देनी चाहिए। ऑनलाइन शॉपिंग किसी भी विश्वसनीय वेबसाइट से करनी चाहिए ।

ऑनलाइन शॉपिंग करने के बाद उपभोक्ताओं को अपने बैंक स्टेटमेंट की जांच करते रहे। ऑनलाइन शॉपिंग के लिए उपभोक्ताओं को एक ही क्रेडिट / डेबिट कार्ड का ही प्रयोग करना चाहिए ताकि अकाउंट चेक करते वक्त कोई भी गलती होने पर तुरंत पता चल जाए ।

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