कथ्य का अर्थ
‘कथ्' धातु से ब्युत्पन्न कथ्य का कथा शब्द का साधारण अर्थ है- 'वह जो कहा जाए' । 'कथ्य' शब्द विशेषण के रूप में प्रयुक्त किया जाता है जिसका अर्थ है ' कहने योग्य' अर्थात 'विशिष्ट कथा' अंग्रेजी में इसका पर्याय कन्टेन्ट (content) । कथ्य को समीक्षकों ने सुविधानुसार वस्तु, वर्ण्य, तत्व उद्देश्य भाव, अन्तर्वस्तु, विषय-वस्तु आदि संज्ञाओं से सम्बोधित किया है । कथ्यों में आवश्यकतानुसार हिन्दी, अंग्रेजी के शब्द आते रहते हैं। इनका वाक्य - विन्यास सीधा और इकहरा होता है । इसीलिए कथ्य में पारदर्शिता का बहाव होता है । अंग्रेजी वाक्य - विन्यास का कोई असर कथ्य में नहीं होता है। शैली में कोई अलंकारिक छटा नहीं होती क्योंकि लेखिकाएं नहीं चाहती कि कथ्य के सौंदर्य के ऊपर और किसी प्रकार के सौंदर्य का आवरण चढ़े। पिछले कुछ दशकों में कथ्य में अपनी पहचान बनाने वाले काफी लेखिकाएं अग्रणी हैं।
किसी ऐसी कथित घटना का कहना, वर्णन करना, जिसका निश्चित परिणाम हो । घटना किसी से भी सम्बन्धित हो, उसकी किसी विशेष परिस्थिति या परिस्थितियों का निश्चित आदि और अन्त से युक्त वर्णन ही कथा कहलाती है ।
कथ्य या कथा दो प्रकार पर आधारित है-
(1) इतिहास (2) कल्पित कथ्य पुराण और धार्मिकता पर आधारित कल्पना प्रधान पर आधारित है