इसे प्रयोगात्मक अनुसंधान या व्याख्यात्मक अनुसंधान के नाम से पुकारते हैं। चेपिन ने लिखा है, समाजशास्त्रीय अनुसंधान में परीक्षणात्मक प्ररचना की अवधारणा नियंत्रण की दशाओं के अंतर्गत अवलोकन द्वारा मानवीय संबंधों के अध्ययन की ओर संकेत करती है। स्पष्ट है क…