यद्यपि अशोक का व्यक्तिगत धर्म बौद्ध धर्म था, परन्तु उसने अपनी प्रजा की नैतिक तथा आध्यात्मिक उन्नति के लिए कुछ नैतिक सिद्धन्तों का प्रसार किया, जिन्हें सामूहिक रूप से ‘अशोक का धम्म’ कहा जाता है। अपनी प्रजा के नैतिक उत्थान के लिए अशोक ने जिन आचारों की …