पर्व

पर्व का अर्थ, परिभाषा, स्वरूप, वर्गीकरण

व्रत, पर्व का प्रवर्तन हमारे प्राचीन समय से प्रारंभ हुआ था। 'पर्व' का शाब्दिक अर्थ है 'गाँठ' अर्थात् सन्धिकाल । हिन्दूपर्व सदैव सन्धिकाल में ही पड़ते है। पूर्णिमा, अमावस्या, अष्टमी तथा सक्रान्ति आदि को शास्त्रों में पर्व कहा गया है।  स…

More posts
That is All