किसी विषय के ज्ञान को जब एक स्थान पर पुस्तक के रूप में संगठित ढंग से प्रस्तुत किया जाता है तो उसे पाठ्य-पुस्तक की संज्ञा प्रदान की जाती है। राष्ट्रीय पाठयचर्या रूपरेखा 2005 में पाठयपुस्तक को एक शिक्षण अधिगम सामग्री के पैकेज का भाग माना है एवं कहा है ‘…