कोई भी व्यवसाय आम तौर पर उसके स्वामी द्वारा लगाए गए धन (पूंजी) से आरम्भ किया जाता है। व्यवसाय का स्वामी बाह्य स्रोतों जैसे बैंक तथा लेनदारों से अतिरिक्त धन प्राप्त कर सकता है। इस निधि का उपयोग व्यवसाय के लिए आवश्यक परिसंपत्तियों को प्राप्त करने तथा व्…