प्रत्येक व्यावसायिक संस्था को दो प्रकार की पूंजी की आवश्यकता होती है- स्थिर पूंजी व कार्यशील। व्यवसाय के संचालन में स्थायी रूप में प्रयोग हेतु कुछ सम्पत्तियों की आवश्यकता पड़ती है, जिन्हें स्थायी सम्पत्ति कहते हैं और इनमें लगायी गयी पूजीं स्थायी या स्…